Painter Of Himachal Pradesh: साइंस की पढाई, पेंटिंग में मंजिल पाई
विनोद भावुक/ मंडी
Painter Of Himachal Pradesh की यह प्रेरककथा शिमला फाइन आर्ट्स कॉलेज से पढ़ाई करने वाले प्रवीण रावत की, जो चित्रकला की दुनिया में ऊंची उड़ान भर रहे हैं। रंगों से खेलने के उनके हुनर ने उनको खास बना दिया है। उनके काम को नई पहचान मिलने लगी है। वे चित्रकला प्रतियोगिताओं को अपने नाम कर चुके हैं। शानदार चित्रकला के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। प्रवीण रावत स्टेट इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल के विजेता हैं और नेशनल एग्जीविशन में उनके चित्रों ने वाहवाही लूटी है।
Himalayan Artist फेसबुक पेज का संचालन
मंडी जिला की बल्ह घाटी के ट्रोह गांव के Painter Of Himachal Pradesh प्रवीण रावत ‘Himalayan Artist’ के नाम से फेसबुक पेज का संचालन करते हैं, जहां उनके रंगों के संसार को देखा जा सकता है। शिक्षक दम्पति के बेटे प्रवीण के कला के सफर की कहानी बेहद रोचक और प्रेरक है। साइंस की पढ़ाई और जॉब को छोड़ कर चित्रकला में मंजिल पाने वाले चित्रकार प्रवीण रावत ने साबित किया है कि जिद और जुनून से अपने सपनों में रंग भरे जा सकते हैं।
जॉब छोड़ कला का प्रशिक्षण
Painter Of Himachal Pradesh प्रवीण रावत बीएससी की पढाई कर रहे थे तो पढने से मन उचाट हो गया। पढ़ाई छोडक़र कर एक प्राइवेट कंपनी में जॉब कर ली। आकर्षक पैकेज वाली जॉब में भी प्रवीण को वह बात नहीं दिखी, जिसकी वह तलाश में पढ़ाई छोड़ी थी। पचपन से ही प्रवीण को रंगों की दुनिया में गहरे उतरने की चाहत थी, लेकिन उसे सही राह नहीं दिख रही थी। चित्रकला में खुद को साबित करने के लिए एक दिन प्रवीण ने जॉब को क्विट कर दिया और चित्रकला की दुनिया की ओर मुड गया। प्रवीण ने इंडियन अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स अंबाला में एडमिशन ले ली।
अंबाला में उम्मीदों को लगे पंख
अंबाला जाकर Painter Of Himachal Pradesh प्रवीण की उम्मीदों को पंख लग गए। एक साल के अध्ययन ने उनकी प्रतिभा को निखार दिया। एक साल के बाद प्रवीण ने चंडीगढ़ को अपनी कार्यस्थली बना लिया और आईएफए को ज्वाइन कर लिया। 2014-15 में उसने यहां से प्रवीण ने फर्स्ट प्राइज जीत कर अपने नाम की धूम मचा दी। प्रवीण ने पंजाब युनिवर्सिटी रोज फेस्टिवल सहित कई चित्रकला प्रतियोगिताओं के प्रथम पुरस्कार अपने नाम किए। कला समीक्षक भी उनके काम को सराहने लगे।
शिमला से फाइन आर्ट्स की पढ़ाई
Painter Of Himachal Pradesh प्रवीण के काम को चंडीगढ में पहचान मिलने लगी थी, लेकिन कला की बारीकियों को सीखने और रंगों में और गहरा उतरने की जिद हमेशा बनी रही। एक साल बाद ही चंडीगढ छोडक़र प्रवीण ने शिमला फाइन आर्ट्स कॉलेज में दाखिला ले लिया। Painter Of Himachal Pradesh प्रवीन की चित्रकला में गंभीरता आती गई। कई प्रतियोगिताओं को अपने नाम किया। वे स्टेट इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल का विजेता रहे। इस युवा पेंटर का काम राष्ट्रीय स्तर प्रदर्शित हुआ।
इस विषय से संबन्धित अन्य पोस्टें –
- Painter Pinki Thakur की चित्रकला में पहाड़ के चटख रंग, पहाड़ की संस्कृति और जनजीवन को रंगों के जरिए देश दुनिया में पहुंचाने की कोशिश
- Thangka Painting की पहली भारतीय महिला चित्रकार और शिक्षिका हैं डॉ. सारिका सिंह ‘सेंटर फॉर लिविंग बुद्धिस्ट आर्ट, ‘थंगदे गत्सल थंका स्टूडियो और हिमालय कला संग्रहालय की संस्थापक
- Tribal Painter : सुखदास की पेंटिंग्स में निकोलोई रोरिक और सरदार सोभा सिंह का प्रभाव
- Kangra Bridge Painting मोहित हो गईं थीं लेडी माउन्ट बेटन
- Kangra Paintings – मिलिए गुलेर के उस गुमनाम चितेरे माणकू से, जिसका देवलोक तक था सीधा दखल
- Kangra Paintings on Love – प्रेम के धर्म का प्रचार करती ‘कांगड़ा कलम’
- Rorerich School Of Paintings: दीमक का आहार, बहुमूल्य उपहार