मानसून सत्र : पहले दिन सदन में हंगामा, विपक्ष का वॉकआऊट
हिमाचल बिजनेस/ शिमला
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र के पहले ही दिन सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने वाकआउट किया। शोकोद्गार खत्म होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष ने नियम-67 के तहत प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर स्थगन प्रस्ताव पर सदन में चर्चा की अनुमति मांगी थी, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया।
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इस फैसले के विरोध में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआऊट कर दिया। उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है, तब से ही कानून व्यवस्था बिगड़ रही है।
कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष अक्रामक
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि कल बद्दी में ट्रक यूनियन का झगड़ा, जिसमें करीब 15 लोगों ने डंडों के साथ तीन युवकों पर हमला कर दिया। इसमें हरियाणा के एक युवक राहुल की मौत हो गई।
पालमपुर में एक युवक दराट से युवती पर जानलेवा हमला कर देता है, बिलासपुर में कोर्ट परिसर हथियार लेकर हमला होता, गोलियां चलती हैं, जिसमें कांग्रेस के पूर्व एमएलए का बेटा शामिल था। बद्दी- बरोटीवाला में चिट्टा और खनन माफिया सक्रिय है, ये बहुत ही गंभीर विषय हैं, लेकिन वर्तमान सरकार इसको लेकर बिल्कुल भी सीरियस नहीं है।
कई मुद्दों पर सरकार से सवाल
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में जाने से पहले कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था की हालत दयनीय है। मॉब लिंचिंग जैसे मामले सामने आ रहे हैं और सरकार आंखे बंद कर बैठी है। कर्मचारी एरियर और डीए का भुगतान न होने पर आंदोलन कर रहे हैं। भ्रष्टाचार हर विभाग में सामने आ रहे हैं।
युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। हर तरफ़ सरकार का विरोध हो रहा है ऐसे में विपक्ष मजबूती से सदन के भीतर जनता के मुद्दों को रखेगा और सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
जनता के मुद्दे उठाने का काम करे विपक्ष
मानसून सत्र के पहले रोज विपक्ष के वॉकआऊट करने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विपक्ष सदन के भीतर जनता के मुद्दों को उठाने का काम करे। सरकार विपक्ष के सभी सवालों का तथ्यों सहित जवाब देगी। विपक्ष को सदन में तर्क सहित चर्चा में भाग लेना चाहिए न कि सुर्खियां बटोरने के लिए केवल वॉकआउट ही करना है।
सरकार का जवाब जरूर सुने विपक्ष
सरकार ने 10 दिन मानसून सत्र रखा है, ताकि विपक्ष को पूरा समय मिले। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारियों के मुद्दे, आपदा का मुद्दा, युवाओं से जुड़े मुद्दे और रोजगार से जुड़े मुद्दे विपक्ष जिस पर चाहे चर्चा ला सकता है।
सरकार हर सवाल का जवाब देगी, लेकिन प्रशन पूछने के बाद विपक्ष जवाब भी जरूर सुनें, न कि सिर्फ सवाल पूछकर वॉकआउट कर जाए।
नियमों के तहत हो सदन में चर्चा
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में आपदा का दौर चल रहा है। सदन में स्थगन प्रस्ताव तब आता है, जब कोई आपातस्थिति हो जाए और सदन में उस विषय पर चर्चा करना जरुरी हो।
प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था के मामलों में त्वरित कार्रवाई की है। नशे के व्यापार पर जुड़े लोगों को लेकर विपक्ष सदन में स्थगन प्रस्ताव लाने की बात कर रहा है, जबकि नियमों के तहत सदन में चर्चा आनी चाहिए।
कई मुद्दों पर घमासान के आसार
दस दिन चलने वाले मानसून सत्र के दौरान सदन में सड़क-पुलों, आपदा, अपराध, नशा, स्कूलों के विलय जैसे कई विषयों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में घमासान होने के आसार हैं।
मानसून सत्र में 936 प्रश्न उठेंगे। इनमें से 640 तारांकित होंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री और मंत्रियों के मौखिक जवाब के लिए भेजा गया है। 296 प्रश्न अतारांकित होंगे, जिनके उत्तर लिखित में दिए जाएंगे।
हाथ मिला कर किया अभिनंदन
मानसून सत्र के पहले दिन की बैठक शुरू होने से पहले सदन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया। वह विपक्ष के अन्य सदस्यों से भी उनके पास जाकर मिले।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों से सदन की कार्यवाही के संचालन में सहयोग की अपील की। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पहले दिन की बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई।
सीएम ने रखा शोकोद्गार प्रस्ताव
मानसून सत्र के पहले रोज इसके बाद पूर्व विधायकों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलतराम चौधरी के निधन पर शोकोद्गार हुआ। मुख्यमंत्री ने शोकोद्गार प्रस्ताव रखा। उन्होंने तीनों के योगदान को याद करते हुए वक्तव्य दिया।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी शोकोद्गार वक्तव्य दिया। जयराम के बाद मंत्री राजेश धर्माणी ने शोकोद्गार वक्तव्य दिया।