Painter of Himachal Pradesh: पिंकी की पेंटिंग्स, पहाड़ी रंग
विनोद भावुक / जोगिंद्रनगर
Painter of Himachal Pradesh पिंकी की बनाई कलाकृतियां बोलती सी प्रतीत होती हैं। उनकी बनाई पेंटिंग्स की विषयवस्तु में लोक संस्कृति उड़ान भरती है। सोशल मीडिया पर उनकी पेंटिंग्स जमकर वायरल होती हैं।
मूल रुप से मंडी जिला के जोगिंद्रनगर उपमंडल के चौंतङा कस्बे से संबंध रखने वाली पिंकी बचपन में अपनी माता सिमरन राठौर द्वारा विभिन्न अवसरों और त्योहारों पर बनाई गई लोक कलाकृतियों से प्रभावित रही हैं।
स्कूल की पढ़ाई के दौरान कला विषय के अध्यापक स्वर्गीय मनोहर लाल शर्मा की आधारभूत शिक्षा ने Painter of Himachal Pradeshपिंकी को रंगों से खेलने की दिशा दी।
सिर्फ स्कूल तक सीखी पेंटिंग
बेशक उम्र के साथ कला मे Painter of Himachal Pradesh पिंकी की दिलचस्पी बढ़ती गई। अपने स्कूल के दिनों में अध्यापकों द्वारा दिया गया महापुरुषों के चित्रण का कार्य उनको रुचिकर लगता था।
पिंकी को अपने सहपाठियों के चित्रण भी बहुत रूचि रहती थी। स्कूल के दिनों में उनके बनाए छायाचित्रों पर खूब तारीफ मिलती थी, लेकिन उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वह चित्रकला को एक विषय के रूप मे नहीं चुन पाई।
सोशल मीडिया पर पेंटिंग्स
Painter of Himachal Pradesh पिंकी ने बताया कि हाथों में कला का हुनर था। पेंटिंग करने में आनंद मिलता था। जब भी अवसर मिलता था, रंगों से खेलने का अवसर नहीं छोड़ती थी।
सोशल मीडिया आज हर घर का हिस्सा बना हुआ है, तो सोचा क्यों न अपनी कला और प्रदेश के लिए अपने प्रेम को लोगों तक पहुंचाऊ। बस यहीं से सिलसिला शुरू हुआ सोशल मीडिया पर अपनी पेंटिंग्स अपलोड करने का।
Paintingspassion के नाम ने फेसबुक पेज पर आप पिंकी की बनाई पेंटिंग को देखा जा सकता है।
दुनिया तक पहुंचे पहाड़ के रंग
Painter of Himachal Pradesh पिंकी का कहना है कि अपनी कला को स्वयं ही निखारते हुए आज वह हिमाचल प्रदेश की संस्कृति और लोक जन जीवन को रगों के माध्यम से देश दुनिया के हर कोने तक पहुंचाना चाहती हूं। आज जिस तरह से लोगों द्वारा उनकी कला को सराहा जा रहा है, वह बहुत ही प्रेरणादायक है। वह निकट भविष्य में अपनी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी आयोजित करने पर विचार कर रही हैं।
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