हिमाचल प्रदेश का स्टेट एनिमल : दुनिया भर में घट रहा, हमारे यहां बढ़ रहा बर्फानी तेंदुओं का कुनबा

हिमाचल प्रदेश का स्टेट एनिमल : दुनिया भर में घट रहा, हमारे यहां बढ़ रहा बर्फानी तेंदुओं का कुनबा
हिमाचल प्रदेश का स्टेट एनिमल : दुनिया भर में घट रहा, हमारे यहां बढ़ रहा बर्फानी तेंदुओं का कुनबा
विनोद भावुक/ धर्मशाला

पिछले 25 साल में दुनिया भर में बर्फानी तेंदुओं की संख्या 20 प्रतिशत से ज्यादा घट गई है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में उनका कुनबा बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश के वन विभाग साल 2021 में बर्फानी तेंदुओं पर स्टडी की थी। यह अपनी तरह की पहली स्टडी थी। वन विभाग के वन्यजीव विंग और मैसूर के नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन की स्टडी के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में हिम तेंदुओं की संख्या 73 है।

पहले के अनुमानों यह संख्या 62 से 65 थी। पिछले दो दशकों में हिमाचल में बर्फानी तेंदुए के निवास वाले क्षेत्रों में 25 प्रतिशत संकुचन हुआ है। नीली भेड़ और हिमालयन आइबेक्स इसका फेवरिट भोजन होता है, जिसमें 8 प्रतिशत की कमी आई है।
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड के मुताबिक, दुनिया भर में हिम तेंदुए की कुल आबादी 4,500 से 7,500 के बीच होने का अनुमान है। बर्फानी तेंदुए भारत, अफगानिस्तान, भूटान, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान में मिलते हैं। हिमाचल प्रदेश में बर्फानी तेंदुए को राज्य पशु घोषित किया है।
महिलाओं ने संभाली जानवर को बचाने की ज़िम्मेदारी
विश्वस्तर पर लुप्तप्रायः घोषित एवं अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) की रेड डाटा लिस्ट में शामिल बर्फानी तेंदुए के संरक्षण के लिए हिमाचल प्रदेश की कबायली महिलाओं ने अपनी तरह की अनूठी पहल की है। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय लाहौल-स्पीति जिले की स्पीति घाटी के किब्बर गांव में भारत का पहला वुमन स्नो लेपर्ड मॉनिटरिंग ग्रुप लांच किया है।
यह पहला ऐसा स्नो लेपर्ड मॉनिटरिंग ग्रुप है, जिसमें केवल महिलाएं ही मेंबर्स हैं। मॉनिटरिंग ग्रुप में नौ महिलाएं शामिल हैं, जो बर्फानी तेंदुओं पर नजर रखने और कैमरा ट्रैप का उपयोग करने में माहिर हैं।
तालमेल बिठाने की कवायद
इस परियोजना मेन काम करने वाली दीपशिखा शर्मा बताती हैं कि वे ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर रिसर्च में ज्यादा इन्वॉल्व हैं। इसके साथ ही वे महिला पशुपालकों के साथ मिलकर बर्फानी तेंदुए के संरक्षण पर काम कर रही हैं। वे बर्फानी तेंदुओं को बचाने और इंसानों और बर्फानी तेंदुओं के बीच में एक पुल बनने का काम कर रही हैं।
पहाड़ी इलाकों में हो रही कंस्ट्रक्शन और बढ़ते पर्यटक बर्फानी तेंदुओं की घटती आबादी के लिए जिम्मेदार है। इनकी आबादी में कमी के लिए क्लाइमेट चेंज भी एक बड़ा कारण है।
पायलट मोड पर ऑल वुमन ग्रुप
2019 से बर्फानी तेंदुए के संरक्षण के लिए नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन के साथ हिमाचल प्रदेश में काम कर रहीं दीपशिखा शर्मा बताती हैं कि बर्फानी तेंदुए के संरक्षण में महिलाएं बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। इसी विचार के चलते महिलाओं को इस मुहिम से जोड़कर ऑल वुमन ग्रुप बनाया गया।
पहले पायलट मोड पर महिलाओं का मॉनिटरिंग ग्रुप केवल एक गांव से शुरू किया गया और उन्हें फील्ड में ले जाकर डीएसएलआर कैमरा ट्रैप करने और कैमरा स्थापित करने के लिए सही स्थान की पहचान करने की ट्रेनिंग दी गई।
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Jyoti maurya

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