प्रतिभा : ऊना के डिप्टी कमिशनर स्टेट टेक्स एंड एक्साइज ने दो बार पास की थी यूपीएससी की लिखित परीक्षा, आला अफसर होने के साथ उम्दा शायर हैं विशाल गोरला

प्रतिभा : ऊना के डिप्टी कमिशनर स्टेट टेक्स एंड एक्साइज ने दो बार पास की थी यूपीएससी की लिखित परीक्षा, आला अफसर होने के साथ उम्दा शायर हैं विशाल गोरला
प्रतिभा : ऊना के डिप्टी कमिशनर स्टेट टेक्स एंड एक्साइज ने दो बार पास की थी यूपीएससी की लिखित परीक्षा, आला अफसर होने के साथ उम्दा शायर हैं विशाल गोरला
विनोद भावुक/ ऊना
बड़े सपने देखने वालों की दुनिया अलग होती है। ऊना जिले के डिप्टी कमिशनर, एक्साइज एंड स्टेट टैक्स विशाल गोरला न सिर्फ एक वरिष्ठ अफसर हैं, बल्कि एक संवेदनशील शायर भी हैं, जिनकी कलम जब चलती है, तो दिलों को छू जाती है। जो बात उन्हें सबसे खास बनाती है, वह है उनकी अंदर की संवेदनशीलता। विशाल गोरला का जीवन सिर्फ एक अफसर की कहानी नहीं है, यह सपनों, संघर्ष और साधना की मिसाल है। वे न केवल प्रशासनिक व्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि भावनाओं की दुनिया में भी गहराई से जुड़े हुए हैं। उनकी शायरी और लेखनी उन्हें ‘दिमाग से अफसर और दिल से शायर’ बनाती है।
विशाल गोरला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर ‘लाइफ थ्रो इमेजिनेशन’ नाम से एक पेज का संचालन करते हैं, जिसपर उनकी शायरी और प्रेरक और प्रोत्साहित करने वाली रचनाएं पढ़ी जा सकती हैं। जल्द ही उनका पहला गजल संग्रह प्रकाशित होने वाला है। कांगड़ा शहर की उज्जेन पंचायत से संबंध रखने वाले हिमाचल प्रदेश रेवन्यू सर्विसेज के अधिकारी विशाल गोरला प्रदेश के उन होनहारों में शामिल हैं, जो यूपीएससी जैसी देश की सबसे कठिन परीक्षा को पास कर साक्षात्कार तक पहुंचे थे।
अध्ययन के साथ यूपीएससी की तैयारी
कांगड़ा के कोटक्वाला गाँव में पैदा हुये विशाल गोरला की तीसरी से जमा दो तक की पढ़ाई सीनियर सेकंडरी स्कूल सुन्नी (नगरोटा बगवां) से हुई। 1996-99 में डीएवी कॉलेज कांगड़ा से नॉन मेडिकल में बीएससी करने के बाद उन्होंने 2001 में भाटिया कॉलेज ऊना से बीएड की डिग्री ली। 2002- 2003 में एचपीयू शिमला से फिजिक्स में एमएससी करने के बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में ‘गंधियन स्टडीज’ में एमए करने के लिए एडमिशन लिया।
विशाल गोरला ने चंडीगढ़ में पढ़ाई के साथ- साथ यूपीसी सहित कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की। उन्होंने दो बार यूपीएससी की लिखित परीक्षा पास कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। हालांकि दोनों बार उन्हें साक्षात्कार में बाहर का रास्ता देखना पड़ा, बावजूद इसके धुन के पक्के इस युवक में अपने प्रयास जारी रखे।
गगरेट से शुरू हुआ जॉब का सफर
साल 2011 में राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने पर विशाल गोरला का चयन आबकारी एवं कराधान अधिकारी के तौर पर हुआ और पहली नियुक्ति गगरेट में हुई। आबकारी एवं कराधान अधिकारी के तौर उन्होंने डलहौजी, हमीरपुर और मंडी से सेवाएं प्रदान की हैं। साल 2020 में पदोन्नति के बाद उनकी तैनाती उपायुक्त राज्यकर एवं आबकारी हमीरपुर के तौर पर हुई।
साल 2022 में विशाल गोरला का तबादला शिमला स्थित मुख्यालय की आबकारी शाखा में हुआ। सितंबर 2024 में उनकी तैनाती उपायुक्त राज्यकर एवं आबकारी (जीएसटी) पालमपुर के रूप पर हुई। 14 जुलाई 2025 को उन्हें उपायुक्त राज्यकर एवं आबकारी ऊना के पद पर तैनात किया गया है।
विशाल गोरला के पिता वेद प्रकाश गोरला सेवानिवृत स्कूल शिक्षक हैं और माता सुरेखा लाइब्रेरियन रिटायर्ड हुई हैं। एमए, एम कॉम और बीएड डिग्रीधारक वेद प्रकाश गोरला कोटक्वाला में फ्री कोचिंग क्लासेल का संचालन करते हैं। विशाल गोरला की माता की दसवीं के बाद की पढ़ाई शादी के बाद हुई है। उन्होंने एमए और लाइब्रेरी साइन्स में मास्टर डिग्री ली है।
उनके छोटे भाई फिजिक्स में एमएससी हैं और पेशे से शिक्षक हैं। विशाल गोरला की शादी प्रियंका से हुई हैं, जो सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। शिक्षकों के परिवार से संबंध रखने वाले विशाल गोरला भी फुर्सत के क्षणों में अध्ययन और अध्यापन के लिए समर्पित रहते हैं।
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Jyoti maurya

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