Defeated Diabetes with Pen : कलम से मधुमेय को मात देने वाले लेखक पवन चौहान
विनोद भावुक/ मंडी
Defeated Diabetes with Pen पवन चौहान सृजन की दुनिया के लिए एक मिसाल हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल के महादेव कस्बे के निवासी पवन चौहान का आज जन्मदिन है। पेशे से शिक्षक पवन बाल साहित्य लेखन में अपनी खास छाप छोड़ चुके हैं। लघुकथा लेखन और फीचर लेखन में उनकी तूती बोलती है। देश की विभिन्न पत्रिकाओं में उनकी उपस्थिति उनके अथक लेखन की खुद गवाही देती है। लेखक के बारे में पाठकों को कम ही पता है कि पिछले करीब दो दशक से भी लंबे समय से वह मधुमेय से पीड़ित हैं। उन्हें हर दिन इंसुलीन का इंजेक्शन लेना पड़ता है, बावजूद इसके उनके लेखन की रफ़्तार कम नहीं होती। Defeated Diabetes with Pen (कलम से मधुमेय) को मात देकर लेखन में खास कर रहे इस कलम के सिपाही को जन्मदिन की हार्दिक बधाई।
बाल साहित्य में खास पहचान
‘किनारे की चट्टान’ (कविता संग्रह), ‘भोलू भालू सुधर गया’ व ‘बिंदली और लड्डू’ (बाल कहानी संग्रह), ‘हिमाचल का बाल साहित्य’ (शोध सन्दर्भ), ‘जड़ों से जुड़ाव’ (धरोहर संरक्षण की पहल), ‘वह बिलकुल चुप थी’ (नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित कहानी की पुस्तक), ‘21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां हिमाचल’ (संपादन), ‘पूंछ कटा चूहा’ (प्रकाशन विभाग, नई दिल्ली से प्रकाशित बाल कहानी संग्रह), पवन चौहान की ये सभी पुस्तकें हमेशा चर्चा के केंद्र में रहीं हैं। उनकी कविता ‘फेगड़े का पेड़’ को वर्ष 2017 का ‘प्रतिलिपि संपादकीय चयन’ में प्रथम पुरस्कार मिला है। बाल साहित्य लेखन में उन्हें कई सम्मान मिले हैं।
पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनीं रचनाएं
Defeated Diabetes with Pen पवन चौहान का लेखन कई विश्वविद्यालयों और स्कूलों के पाठयक्रम में शामिल है। महात्मा गांधी विश्वविद्यालय कोट्टयम, केरल के बी०कॉम० तथा राष्ट्रसंत तुकाड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर के बी०ए० पाठ्यक्रम में यात्रा संस्मरण, हिमाचल व महाराष्ट्र के स्कूली पाठ्यक्रम में बाल कहानी के पाठ्यक्रम में कविता तथा सी०बी०एस०ई० संबद्ध निजी विद्यालय के पाठ्यक्रम में यात्रा संस्मरण शामिल। ‘पवन चौहान की बाल कहानियों का आलोचनात्मक विश्लेषण’ पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला लघु शोध प्रबंध हुआ है। उन्होंने ‘दिव्यता’ (मासिक पत्रिका) तथा ‘हस्ताक्षर’ (वेब पत्रिका) के बाल विशेषांकों का अतिथि संपादन और ‘शैल सूत्र’ (नैनीताल) त्रैमासिक पत्रिका का बाल साहित्य संपादन किया है।
अध्यापन के क्षेत्र में कई प्रयोग
Defeated Diabetes with Pen पवन चौहान का जन्म 3 जुलाई 1978 को हुआ। बीएससी, एम०एससी करने के बाद एमए हिन्दी करने वाले पवन चौहान ने अध्यापन के क्षेत्र में भी स्कूल पत्रिका साहित्य के कई सफल प्रयोग किए हैं। उनकी कविताओं,कहानियों, बाल कहानियों और फीचर का निरंतर देश की अनेक प्रतिष्ठित -पत्रिकाओं में प्रकाशन होता आ रहा है। उनकी कुछ कविताओं का भारतीय भाषाओं के साथ नेपाली में भी अनुवाद हुआ है। Defeated Diabetes with Pen (लेखन की खुराक से मधुमय को हराने वाले पवन साहित्यिक आयोजनों में भी उत्साहित नजर आते हैं।
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