Love Story:  अनजान प्रेमियों के बलिदान की अनूठी यादगार

Love Story:  अनजान प्रेमियों के बलिदान की अनूठी यादगार
  • थुरल से दो किलोमीटर दूर नदी पार ग्वालटीला, श्रद्धाजंलि स्वरूप चढ़ाते हैं पत्थर

‘कांगड़ा की लोक कथा’

Love Story:  कहानी इतनी भर है कि उस युवक- युवती में पहले की कोई जान पहचान नहीं थी। दोनों एक दूसरे से अनजान थे। पहली बार जब दोनों का आमना- सामना हुआ तो लड़की दुल्हन के रूप में थी और युवक ग्वाले के रूप में। दुल्हन की खूबसूरती पर फिदा युवक ने शायरी में जब उसे अपनी पत्नी बनाने की बात कही तो दूसरी तरफ से ताना मिला कि खूबसूरत पत्नी का इतना ही शौक है तो पहाड़ी से छ्लांग लगा दे।

इस Love Story में  मोड तब आया युवक सच में ही पहाड़ी से कूद गया और उसके प्राण पखेरू उड़ गए। अब क्या था। युवती ने भी जिद ठान ली कि जान दे देने वाले साचे प्रेमी को छोड़ कर वह नहीं जा सकती। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, लड़की ने भी पहाड़ी से छ्लांग लगा दी और उसने भी जान दे दी।

हमीरपुर सड़क पर थुरल से दो किलोमीटर दूर नदी के पार ग्वाल टीला नामक स्थान से जुड़ी यह Love Story कब की है, यह तो कोई नहीं बता सकता, पर इस घटना ध सत्यता को लेकर जनमानस में अब भी यकीन है।

बेशक एक ही दिन में इस Love Story का द एंड हो गया हो, लेकिन कांगड़ा की लोककथाओं में यह प्रेमकथा अमर हो गई। पालमपुर- हमीरपुर सड़क पर थुरल से दो किलोमीटर दूर नदी के पार ग्वाल टीला नामक स्थान से जुड़ी यह Love Story कब की है, यह तो कोई नहीं बता सकता, पर इस घटना ध सत्यता को लेकर जनमानस में अब भी यकीन है।

आर जरारी पार जरारी लाल घुंडे वाली मेरी लाड़ी

लोककथा के अनुसार ग्वाल टीले के पास से एक बारात जा रही थी। चढ़ाई चढ़कर कहार हांफने लगे थे तो इस टीले के नीचे पीपल के पेड़ की छाया में आराम करने लगे। दुल्हन के साथ आई युवतियों ने दुल्हन को ताजी हवा देने के लिए डोली के सब पर्दे उठा दिए।

टीले के ऊपर पशु चरा रहे युवक ने घूंघट काढ़े बैठी दुल्हन को देखकर कुछ यूं कहा – आर जरारी पार जरारी लाल घुंडे वाली मेरी लाड़ी। यानी, इधर झाड़ी, उधर भी झाड़ी, बीच बैठी लाल घूंघट वाली मेरी पत्नी।

जान देकर साबित किया प्रेम

युवक की बात को दुल्हन, उसकी सखियों, दूल्हे और बाकी बारातियों सबने सुना। उनमें नोक-झोंक आरंभ हो गई। किसी ने युवक को ताना मारते हुए कहा कि इस सुंदर लाड़ी का इतना ही शौक है तो इस टीले से छलांग लगा दे। देखें तेरा प्रेम सच्चा भी है या नहीं। बात मजाक में कही गई थी, पर युवक को भी जाने क्या सूझा उसने आव देखा न ताव, झट ऊंचे टीले से गहरी खड्ड में छलांग लगा दी। जब तक कोई समझ पाता, ग्वाले के प्राण पखेरू उड़ गए थे।

मर कर एक हुए प्रेमी

इस घटना के बाद Love Story में नया एंगल आया। बाराती घबरा गए। वे अपना डेरा उठाकर वहां से भागने की तैयारी करने लगे, लेकिन हद तो तब हो गई जब दुल्हन ने वहां से जाने से इनकार कर दिया। वह कहने लगी कि ऐसे सच्चे प्रेमी को छोड़कर वह नहीं जालोग उसे समझाने लगे, परिवार की इज्जत का वास्ता भी दिया, पर लड़की ने तो जैसे जिद पकड़ ली। दुल्हन जरा सा मौका पाकर भाग निकली और जब तक लोग कुछ समझते उसने भी उसी टीले से कूदकर जान दे दी।

सम्मान में चढ़ाए जाते हैं पत्थर

Love Story का एंड बड़ा मार्मिक था। दो प्रेमी मर कर एक हो गए थे। बारात रुक गई और राह से गुजरने वाले लोग भी दो अंजान प्रेमियों के सम्मान में रुक गए। इन अपरिचित प्रेमियों का दाह संस्कार एक ही चिता पर कर दिया गया। बाद में उस स्थान पर गोल-गोल पत्थरों की समाधि बना दी गई। जो भी इस राह से गुजरता है, उन अनजान प्रेमियों को श्रद्धांजलि स्वरूप एक पत्थर यहां जरूर लगा देता। मुहब्बत की यह कौन से जन्म की कसक थी, कोई समझ नहीं पाता।

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