Writer of Himachal Pradesh : मोबाइल से जीवन में स्माइल

Writer of Himachal Pradesh : मोबाइल से जीवन में स्माइल

वीरेंद्र शर्मा वीर/ चंडीगढ़

जहां जिंदगी जन्म से ही दूसरों की मोहताज हो, जिसके जन्म के साथ ही कुदरत ने भ्रामक किया हो, ऐसी लड़की के सोशल मीडिया पर स्टार बनने की यह प्रेरककथा हालात से लड़कर अपनी प्रतिभा के दम पर खुद को साबित करने का दस्तावेज है।

Writer of Himachal Pradesh वर्षा के पूरे शरीर में सिर्फ एक उंगली काम करती है। स्मार्टफोन के जरिये अपनी इसी उंगली के दम पर वह सोशल मीडिया पर ‘काव्य वर्षा’ के नाम से अपनी चमक बिखेर रही है। आज इस्टाग्राम फेसबुक, यूट्यूब व ब्लॉग पर Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा के ढेरों फॉलोवर्स हैं और उसकी रचनाओं को खूब सराहा जाता है।

लेखन बन गया परिचय

आज इस्टाग्राम फेसबुक, यूट्यूब व ब्लॉग पर Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा के ढेरों फॉलोवर्स हैं और उसकी रचनाओं को खूब सराहा जाता है।

Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा का काव्य संग्रह ‘नील गगन को छूने दो’ खूब चर्चित रहा है। हाल ही में काव्य वर्षा की लिखी शॉर्ट फिल्म ‘कैन्डल’ रिलीज हुई है। इससे पहले वे चप्पल और हैवन्स स्टेयर्स सहित आधा दर्जन शॉर्ट फिल्में लिख चुकी हैं।

Writer of Himachal Pradesh काव्य के लिखी हर फिल्म में एक बड़ा सामाजिक संदेश छिपा रहता है, यही वजह है कि उनकी फिल्मों को खूब प्रसंशा मिलती है। उनके पंजाबी में लिखें गीत भी रिलीज हो चुके हैं।

अभाव के बावजूद दिखाया प्रभाव

Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा का काव्य संग्रह ‘नील गगन को छूने दो’ खूब चर्चित रहा है। हाल ही में काव्य वर्षा की लिखी शॉर्ट फिल्म ‘कैन्डल’ रिलीज हुई है। इससे पहले वे चप्पल और हैवन्स स्टेयर्स सहित आधा दर्जन शॉर्ट फिल्में लिख चुकी हैं।

जहां इंसान के मन में किसी चीज का अभाव होता है, वहां उस अभाव को कम करने के लिए तरह-तरह के भाव उमड़ते रहते हैं। इस तरह अभाव अपने विलोम प्रभाव में बदल जाता है।

दूसरे शब्दों में कहें तो अगर हमारे जीवन में किसी तरह की कमी होती है, किंतु हमारे भीतर अगर जीवटता भरी पड़ी हो तो यही आभाव हमारी मजबूती का आधार भी बन जाता है।

Writer of Himachal Pradesh वर्षा चौधरी ‘काव्य वर्षा’ के नाम से लेखन कार्य कर जीवटता एवं जिजीविषा की बेहतरीन मिसाल पेश कर रही है। उनकी भाभी उनकी प्रेरणा स्त्रोत बनी।

सबसे पहले भाभी ने ही वर्षा का कविता, कहानी अथवा गीत से परिचय करवाया। नियमित लेखन से Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा की रचनाओं में निखार आता गया और सोशल मीडिया पर उनकी रचनाओं को पढ़ने और पसंद करने वालों की संख्या बढ़ती गई।

दैनिक कार्य के लिए दूसरों पर निर्भर

Writer of Himachal Pradesh काव्य के लिखी हर फिल्म में एक बड़ा सामाजिक संदेश छिपा रहता है, यही वजह है कि उनकी फिल्मों को खूब प्रसंशा मिलती है। उनके पंजाबी में लिखें गीत भी रिलीज हो चुके हैं।

Writer of Himachal Pradesh वर्षा चौधरी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की ज्वाली तहसील के दरकाटी गांव की रहने वाली है। वे जन्म से दिव्यांग है और उन्हें हर दैनिक कार्य के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। जिजीविषा और जीवटता की धनी  वर्षा का कमर के नीचे का शरीर बिल्कुल काम नहीं करता।

उनके माता-पिता ने अपने सामर्थ्य के अनुसार देश के बहुत से नामी अस्पतालों में इलाज करवाया, किंतु कोई असर न हुआ उल्टा वर्षा का रोग पहले से बढ़ता गया और धीरे-धीरे उसके हाथ भी काम करना छोड़ गए। अब सिर्फ एक उंगली काम करती है।

भाई को पढ़ते देख की पढ़ाई

जब Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा छोटी थी और उनके छोटे भाई ने स्कूल जाना शुरू किया। काव्य वर्षा में भी ललक थी कि कुछ सीखे, कुछ पढे, किंतु मजबूर होने के कारण वह पढ़- लिख नहीं सकती थी।वह कभी स्कूल तो नहीं गई, फिर भी उसने अपने छोटे भाई को पड़ते देख पढ़ना-लिखना सीख ही लिया।

जब Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा छोटी थी और उनके छोटे भाई ने स्कूल जाना शुरू किया। काव्य वर्षा में भी ललक थी कि कुछ सीखे, कुछ पढे, किंतु मजबूर होने के कारण वह पढ़- लिख नहीं सकती थी। वह कभी स्कूल तो नहीं गई, फिर भी उसने अपने छोटे भाई को पड़ते देख पढ़ना-लिखना सीख ही लिया।

Writer of Himachal Pradesh जब महज नौ वर्ष की थी तो अपने मन में उठने वाले भावों को कागज पर उकेरने लिए अपने छोटे भाई का ही सहारा लिया करती थी। वह बोलती जाती और भाई उसके शब्दों को लिखता जाता।

एक उंगली के हुनर की छाप

Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा लिखने के लिए अपने भाई पर ज्यादा दिन निर्भर नहीं रहीं। थोड़ा बहुत भाषाई ज्ञान प्राप्त करने के बाद वो अपने दाएं हाथ से लिखने लगी।

Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा लिखने के लिए अपने भाई पर ज्यादा दिन निर्भर नहीं रहीं। थोड़ा बहुत भाषाई ज्ञान प्राप्त करने के बाद वो अपने दाएं हाथ से लिखने लगी।

कुछ दिनों बाद ही उसके दाएं हाथ में काम करना बंद कर दिया। Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा की जिद देखिए कि उसने अपने बाएं हाथ से लिखना सीख लिया।

तकनीक का कमाल

हम अक्सर कहते हैं कि मोबाइल अच्छी चीज नहीं है। इसकी वजह से लोग बिगड़ रहे हैं। जिस मोबाइल के जरिए दुनिया बिगड़ रही है, उसी मोबाइल ने Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा की जिन्दगी बदल कर रख दी ।

जब टच स्क्रीन वाले मोबाइल आए,  तब से वर्षा सोच को पंख लग गए। वर्ष ने पहले मोबाइल को चलाना सीखा और फिर अपनी एक उंगली से टाईप कर दो कहानियां और कई कविताएं लिख डालीं।

उसके हाथ की सिर्फ अंगुली कार्य करती है, बावजूद इसके व नियमित लेखन करती है। उसका लिखा हर शब्द सीधे दिल पर लगता है।

सोशल मीडिया पर स्टार

सोशल मीडिया पर पापुलर Writer of Himachal Pradesh ‘काव्य वर्षा वर्षा इंस्टाग्राम फेसबुक, यूट्यूब, ब्लॉग पर कार्य करने में पारंगत हो चुकी हैं। वह काइन मास्टर पर अपने वीडियो खुद एडिट करती हैं।

उनकी रचनाओं का प्रकाशन मुंबई की एक प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया साहित्य नामा में लगातार हो रहा है। काव्य वर्षा की रचनाओं का भाव पक्ष बेहद मजबूत है।

Writer of Himachal Pradesh काव्य वर्षा बड़ी सटीक और सधी हुई भाषा में अपनी बात कहती हैं। उनकी रचनाओं का मूल, दुख- दर्द, जीवन की सच्चाई और माटी की गंध है। वह हिंदी में लिखती हैं किंतु व पंजाबी और पहाड़ी लिखने में भी पारंगत हैं।

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