इंटरनेशनल मास्टर चैंपियन हैं रेगुलर ब्लड डोनर
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150 बार रक्तदान कर चुके हैं बिलासपुर के ब्लड डोनर सुशील पुंडीर
बिजनेस हिमाचल टीम/ बिलासपुर
बिलासपुर शहर के रौड़ा सेक्टर के शिक्षा विभाग से रिटायर्ड संयुक्त निदेशक सुशील पुंडीर 150 बार रक्तदान कर चुके हैं। मास्टर एथलेटिक्स के इंटरनेशनल चैंपियन का खिताब हासिल करने वाले सुशील पुंडीर रेगुलर ब्लड डोनर हैं।
ब्लड डोनर की कई खूबियां
सुशील पुंडीर शिक्षा विभाग के एक आला अधिकारी रहे हैं। वे वरिष्ठ साहित्यकार भी हैं और एक स्थापित खिलाड़ी भी। इन तमाम खूबियों के साथ वह एक नियमित ब्लड डोनर के तौर पर अपनी सामाजिक जिम्मेवारियों के निर्वाहन में हमेशा आगे रहे हैं।
यह ब्लड डोनर न केवल ब्लड डोनेशन केंपों में नियमित रक्तदान करते आ रहे हैं, बल्कि रक्तदान जागरूकता के लिए भी हमेशा आगे रहते हैं।
ग्राउंड पर बनाए हैं कई शानदार रिकॉर्ड
स्कूल के दिनों से ही सुशील पुंडीर खेलों के प्रति आकर्षित रहे। कॉलेज के दिनों में एक प्रतिभावान खिलाड़ी रहे ब्लड डोनर सुशील पुंडीर कई बार राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं।
कुछ साल पहले सिंगापुर में हुई अंतरराष्ट्रीय मास्टर एथलैटिक्स प्रतियोगिता में ब्लड डोनर सुशील पुंडीर 400 मीटर रिले दौड़ में गोल्ड मैडल और शॉटपुट में सिल्वर मैडल जीत कर भारतीय कैंप के स्टार प्लेयर बन गए थे।
अफसर की भूमिका, रंगकर्मी का रोल
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर की गिनती ऐसे शिक्षक के रूप में होती रही है, जिन पर उनके स्टूडेंट्स गर्व करते हैं। बतौर शिक्षक स्टूडेंट्स में अपनी गहरी छाप छोडऩे और आदर्श स्थापित करने वाले सुशील पुंडीर पदोन्नत होकर डिप्टी डायरेक्टर और जाइंट डायरेक्टर एजूकेशन रहे।
इस दौरान भी ब्लड डोनर सुशील पुंडीर बिलासपुर के डियारा सेक्टर में आयोजित होने वाली रामलीला में विभिन्न किरदारों को अपनी अभिनय क्षमता से जीवंत करते रहे।
साहित्यकार सिखा रहा सामाजिक सरोकार
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर साहित्य के क्षेत्र का भी एक बड़ा नाम हैं। अपने अध्यापन के कार्यकाल में जहां रहे हैं, वहां की साहित्यिक और सामाजिक संस्थाओं के सक्रिय सदस्य रहे हैं।
कविता विधा पर खास पकड़ रखने वाले ब्लड डोनर सुशील पुंडीर के दो काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। ब्लड डोनर सुशील पुंडीर की कविताओं में जिंदगी के रंग हैं। सुशील पुंडीर की कविताओं में विभिन्न सामाजिक मुद्दों के चिंतन के अलावा पहाड़ी संस्कृति को लेकर उनकी सोच को पढ़ा जा सकता है।
हर काम बेमिसाल, सादगी की मिसाल
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर एक ऐसे अधिकारी रहे, जो सादगी में अपना जीवन जीते हैं। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है। वह अपने प्रदेश की संस्कृति से गहरे जुड़े हैं और लोकजीवन के हर रंग से वाकिफ हैं।
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर कहते हैं कि वे खुशनसीब हैं कि उन्हें जिंदगी को समझने और बचाने का अवसर मिला है। उनका कहना है कि विनम्रता आदमी की सबसे बड़ी कमाई है। जिसने इस राज को जान लिया, उसके लिए ये दुनिया और दुनिया की हर चीज प्यारी है।
मस्तमौला साहित्यकार मनमौजी कलाकार
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर को जानने वाले बताते हैं कि वह एक मस्तमौला इनसान हैं। हर दम उनके चेहरे पर एक मुस्कान तैरती रहती है। बात चाहे लेाक संस्कृति की हो, साहित्य कर्म की हो, अथवा सामाजिक जिमेवारी हो, एक जोशिला खिलाड़ी हमेशा तैयार मिलता है।
बहुआयामी प्रतिभा के धनी ब्लड डोनर सुशील पुंडीर के दोस्तों को विस्तृत दायरा है। खेल आयोजनों के अलावा साहित्यिक आयोजनों में उनकी भागीदारी हमेशा रहती है।
ऊर्जा से भरा है यह ब्लड डोनर
ब्लड डोनर सुशील पुंडीर जिस भी संस्थान में रहे, स्टाफ व अधिनस्थ कर्मचारियों के लिए मिसाल कायम करते रहे।ब्लड डोनर सुशील पुंडीर कहते हैं कि जीवन में जो कुछ मिला है, उसके लिए वह हमेशा ईश्वर के धन्यवादी हैं।
वे कहते हैं कि व्यक्तिगत उपलब्धियों से अहम यह है कि मैं किसी के काम आ सका। यही एहसास मुझे हर दम ऊर्जा से भरे रखता है।
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