हुनर : पेशे से डॉक्टर, फोटोग्राफी का जुनून

हुनर : पेशे से डॉक्टर, फोटोग्राफी का जुनून
  • चंबा के अमित वकील के खींचे फोटो दुनिया भर में मचा रहे धमाल

मनीष वैद/ चंबा

चंबा की ललिता वकील ने चंबा रूमाल कढ़ाई में कमाल किया है और देश- दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई है। अब बेटा अमित वकील फोटोग्राफी से सारे जहान में धमाल मचा रहा है। चंबा के अमित वकील पेशे से एक डॉक्टर है और जुनून से फोटोग्राफर हैं।

उनके खींचे फोटो दुनिया भर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीत रहे हैं। दुनिया भर की फोटोग्राफी पत्रिकाएं उनके फोटो को प्रकाशित कर रही है।

फोटोग्राफी की दुनिया में अमित आज एक चमकता सितारा है। उनके खींचे फोटो दुनिया भर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीत रहे हैं। दुनिया भर की फोटोग्राफी पत्रिकाएं उनके फोटो को प्रकाशित कर रही है।

पिता के कैमरे से सीखी फोटोग्राफी

साल 2010 में जब अमित ने अपना पहला डीएसएलआर कैमरा खरीदा तो फोटोग्राफी का जादू उनके सिर चढ़ कर बोलने लगा।

फोटोग्राफी में आसमान छूने वाले अमित की कैमरे की दीवानगी की अपनी कहानी है। अमित ने 2008- 2010 के बीच अपने पिता के कैमरे से फोटो खींचने शुरू किए। धीरे-धीरे उनका शौक जुनून में बदल गया। साल 2010 में जब अमित ने अपना पहला डीएसएलआर कैमरा खरीदा तो फोटोग्राफी का जादू उनके सिर चढ़ कर बोलने लगा।

तभी से अमित अपने कैमरे और लैंस के माध्यम से अविश्वसनीय कहानियां बुन रहे हैं। डेढ़ दशक के फोटोग्राफी के सफर देश- विदेश में अमित ने खास पहचान बनाई है और कई प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं को अपने नाम किया है।

हुनर से बनाई अपनी पहचान

फोटोग्राफी के क्षेत्र में उनकी पहली पहचान नवंबर 2012 में हुई, जब उनकी खींची फोटो एक नामी फोटोग्राफी पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।

फोटोग्राफी के क्षेत्र में उनकी पहली पहचान नवंबर 2012 में हुई, जब उनकी खींची फोटो एक नामी फोटोग्राफी पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।

तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। एशिया फोटोग्राफी, स्मार्ट फोटोग्राफी, लोनली प्लैनेट, नेट जियो ट्रैवलर इंडिया और क्रिएटिव इमेज मैगजीन सहित अब तक उनके फोटो को शीर्ष फोटोग्राफी पत्रिकाओं में 100 से अधिक बार चित्रित किया जा चुका है।

नेशनल ज्योग्राफिक के ‘योर शॉट’ में अमित के कई फोटो को मान्यता दी है। फोटोग्राफी के शौक ने उनके विदेश में काम करने के रास्ते भी खोल दिए और वे विदेशों में कई असाइमेंट में काम कर चुके हैं।

प्रतियोगिताओं में दिखी चमक

फोटोग्राफी के क्षेत्र में उनकी पहली पहचान नवंबर 2012 में हुई, जब उनकी खींची फोटो एक नामी फोटोग्राफी पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।

फोटोग्राफी की यात्रा के दौरान अमित ने कई पुरस्कार जीते हैं। साल 2013 में वॉटर थीम पर आधारित उनकी खींची तस्वीर को 22 मार्च 2013 को विश्व जल दिवस पर सिल्वर नाइट्रेट आर्ट द्वारा आयोजित एक फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला।

अप्रैल 2014 में विंग द्वारा आयोजित ‘माइको, मैक्रो, फ्लोट एंड फोन टीम के तहत उनकी खींची तस्वीर ‘ओस की बूंद’ को प्रथम पुरस्कार मिला। फ्यूचर फॉर्ड 2015 के सहयोग से इमोशन्स थीम पर आधारित ‘मणिपुर फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट में अमित को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

राष्ट्रीय फोटोग्राफी विजेता

2017-18 में एशियन फोटोग्राफी मैगजीन द्वारा ब्लैक एंड व्हाइट थीम के तहत आयोजित प्रतिष्ठित ‘आर्टिस्टिक फोटोग्राफी में गुर्जर समुदाय की जीवन शैली को दर्शाते चित्र ने अमित को प्रतियोगिताका विजेता बना दिया।

जनवरी 2018 में ‘ट्राइबल कस्टम्स एंड हेरिटेज थीम के तहत 7 वीं राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता जीतने पर अमित को भारत के जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने प्रथम पुरस्कार प्रदान किया।

मकाओ की असाइनमेन्ट, मुंबई में एग्जीविशन

साल 2016 में नेट जियो ट्रैवलर इंडिया द्वारा आयोजित कलर्स ऑफ़ मकाओ फोटोग्राफी प्रतियोगिता में नंद गांव की होली की एक तस्वीर के लिए अमित को प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया।

अमित नेट जियो के आधिकारिक फोटोग्राफर और लेखक के तौर पर फोटोग्राफी असाइनमेंट के लिए मकाओ गए उनके चयनित चित्रों को नेट जियो ट्रैवलर इंडिया द्वारा मुंबई में एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया।

पर्यटन विभाग के कलेंडर में फोटो

मार्च 2019 नेशनल जियोग्राफी ट्रैवलर इंडिया और वीवो के साथ फोटोग्राफी असाइनमेंट के लिए अमित श्रीलंका गए। मई 2019 में गुजरात पर्यटन के साथ एक फोटोग्राफी असाइनमेंट के लिए गुजरात भी गए। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग के वर्ष 2020 के डेस्क कलेंडर में उनके दो फोटो को जगह मिली। अमित वकील के पास अदभुत फोटो का एक बड़ा भंडार है।

अमित की मां का जुनून चंबा रुमाल

फोटोग्राफी के माहिरअमित वकील की माता ललिता वकील चंबा रूमाल की कढ़ाई में माहिर हैं और चंबा के इस हस्तशिल्प के संरक्षण में जुटी हैं। उनको वर्ष 2019 में चंबा रूमाल के लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया है।

फोटोग्राफी के माहिर अमित वकील की माता ललिता वकील चंबा रूमाल की कढ़ाई में माहिर हैं और चंबा के इस हस्तशिल्प के संरक्षण में जुटी हैं। उनको वर्ष 2019 में चंबा रूमाल के लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया है। इससे पहले भी उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं। उन्हें वर्ष 1995 में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के हाथों नेशनल अवार्ड व पूर्व राष्ट्रपति प्रवण मखर्जी के हाथों वर्ष 2012 में शिल्पगुरू सम्मान मिल चुका है।

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