इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बने मंडी के राहुल शर्मा
बिजनेस हिमाचल/ मंडी
मंडी जिले के बल्ह उपमंडल के तहत आने वाले रिवालसर क्षेत्र के गांव सरध्वार के राहुल शर्मा शनिवार को ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई से पास आउट होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं।
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राहुल शर्मा भारतीय सेना की इन्फेंट्री रेजिमेंट का हिस्सा बने हैं। साल 2023 में राहुल का चयन भारतीय सेना में अधिकारी प्रशिक्षण के लिए हुआ। ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई से 11 माह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे लेफ्टिनेंट बने।
सेना को मिले 297 नए अधिकारी
पासिंग आउट परेड का निरीक्षण सेना उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन एस राजा सुब्रमणी ने किया एवं भव्य परेड की सलामी ली।
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इस पासिंग आउट परेड में कुल 312 कैडेट्स में 15 कैडेट्स मित्र देशों के भी शामिल थे। इस तरह भारतीय सेना को 297 नए अधिकारी मिले, जिसमें 37 महिला अधिकारी भी शामिल हैं। राहुल शर्मा इसी परेड में लेफ्टिनेंट बने।
पासिंग आउट परेड में पहुंचा परिवार
पासिंग आउट परेड में राहुल शर्मा को लेफ्टिनेंट बनते देखने के लिए उनके पिता केशव राम शर्मा, माता दुर्गी देवी और दो बहनें शामिल हुईं।
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राहुल के पिता केशव राम शर्मा ने भी 20 सालों तक भारतीय सेना में सेवाएं दी हैं। उन्हें उत्कृष्ट सेवाओं के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है। वर्तमान में राहुल के पिता केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में लाइब्रेरियन हैं।
उच्च शिक्षित हैं राहुल
राहुल ने दसवीं केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ देहरादून से और प्लस टू की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम में केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर से की। बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की डिग्री जवाहर लाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर से और एमबीए की डिग्री भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान नोएडा से प्राप्त की।
एनसीसी कैडेट, सी सार्टिफिकेट होल्डर
लेफ्टिनेंट राहुल बचपन से ही सेना में ऑफिसर बनने का सपना देखा करता था। अपने सपने में रंग भरने के लिए राहुल ने पढ़ाई के साथ स्काउट्स एंड गाइड का प्रशिक्षण लिया और राज्य स्तरीय पुरस्कार भी जीता।
कॉलेज में एनसीसी कैडेट रहे राहुल ने सी सर्टिफिकेट प्राप्त किया। कॉलेज के दिनों में भी राहुल मानसिक और शारीरिक स्तर पर पूरी तरह से फिटनेस को लेकर गंभीर रहता था।
परिजनों को मिल रही बधाईयां
लेफ्टिनेंट राहुल की कामयाबी पर रिवालसर क्षेत्र में खुशी का माहौल है और राहुल के परिजनों को खूब बधाईयां मिल रही हैं। राहुल के परिजन बेटे की सफलता को उसकी मेहनत से जोड़ते हैं।
राहुल अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व परिजनों को देते हैं। इंसान कड़ी मेहनत के दम पर किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकता है।
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