इंडिया एक्सपो मार्ट के चेयरमैन डॉ. राकेश को हिमाचल गौरव
विनोद भावुक/ धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश सरकार इस बार इंडिया एक्सपो मार्ट के चेयरमैन एवं हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के चीफ मेंटर डॉ. राकेश कुमार को हिमाचल गौरव से सम्मानित कर रही है। 15 अगस्त को देहरा में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय स्वतन्त्रता दिवस समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री सुखबिन्द्र सिंह सुक्खू उन्हें यह पुरस्कार प्रदान करेंगे।
कांगड़ा जिला के पालमपुर उपमंडल के सुलह विधानसभा क्षेत्र के खुड़ुल गांव से संबंध रखने वाले राकेश कुमार इंडिया एक्स्पो मार्ट लिमिटेड के अध्यक्ष हैं। उन्होंने ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनी और मार्ट के लिए भारत के बुनियादी ढांचे की अवधारणा को विकसित किया है।
इंडिया एक्सपो मार्ट 58 एकड़ में फैला है और 25 लाख वर्गफुट क्षेत्र का परिसर बनाया है। इसकी आधारशिला तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने रखी थी और जिसका उद्घाटन साल 2006 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया था। इंडिया एक्सपो मार्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न एग्जीविशन कर चुका है।
एक्सपोर्ट प्रमोशन का लंबा अनुभव
डॉ. राकेश कुमार ने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा भारत में एडीबी आम बैठक आयोजित करने के लिए गठित एशियाई विकास बैंक-एडीबी2013 की सदस्य-संचालन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
उनको लोक प्रशासन और अंतर्राष्ट्रीय विदेश व्यापार में स्नातकोत्तर हैं और एसएमई विशेष रूप से निर्यात पदोन्नति उद्यमों के साथ 30 से अधिक वर्षों के लिए काम करने का व्यापक अनुभव है।
कई बड़े संगठनों की सरदारी
डॉ. राकेश कुमार दस हजार से अधिक सदस्य निर्यातकों वाले भारत में सबसे प्रमुख निर्यात संवर्धन व्यापार संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं।
उन्होंने 14 जुलाई 2016 को बाइंग एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का गठन किया और वे इस संस्था के संस्थापक अध्यक्ष हैं। राकेश कुमार भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ (आईआईआईए) के पूर्व अध्यक्ष हैं।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज
डॉ. राकेश कुमार ने साल 1994 में विश्व प्रसिद्ध भारतीय हस्तशिल्प और उपहार मेला शुरू किया, जिसमें सोर्सिंग के लिए पाँच हजार से अधिक विदेशी वॉल्यूम बिजनेस खरीदारों ने दौरा किया और पूरे भारत के लगभग 2,750 प्रदर्शकों ने भाग लिया।
लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से इसे एक ‘छत के नीचे हस्तशिल्प प्रदर्शकों की दुनिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी के तौर दर्ज किया गया।
देश के उद्योगों को लॉन्चिंग पेड
डॉ. राकेश कुमार भारत एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में होम एक्सपो जैसे इंडियन फर्नीचर और एक्सेसरीज शो, इंडियन फर्निशिंग, फ्लोरिंग्स एंड टेक्सटाइल्स शो, इंडियन हाउसवेयर एंड डिजाइनेटिव शो और भारतीय फैशन आभूषण और सहायक उपकरण शो जैसे उत्पाद विशिष्ट कार्यक्रमों का आयोजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पूरी दुनिया के खरीददार बेसब्री से इन शो का इंतजार करते हैं। राकेश कुमार ने जोधपुर, जयपुर, सहारनपुर, नरसापुर, मुरादाबाद और पूर्वोत्तर क्षेत्र में विभिन्न हस्तशिल्प के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां के हस्तशिल्प अब दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।
हस्तशिल्प को दुनियाभर में पहचान
भारत की कई संस्थाओं के शिल्पकार राकेश कुमार भारत में कई महत्वपूर्ण संगठनों की स्थापना के लिए प्रमुख शिल्पकार हैं। उन्होंने डिजाइन और उत्पाद विकास के लिए नई दिल्ली में डिजाइन और उत्पाद विकास के लिए राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की है।
उन्होंने हस्तशिल्प और कालीन क्षेत्र को दो मिलियन से अधिक कुशल श्रमशक्ति प्रदान करने के लिए हस्तशिल्प और कालीन क्षेत्र कौशल परिषद के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है।
काम को विदेश से मिला सम्मान
डॉ. राकेश कुमार जापान के भारत का व्यापार स्थापित करने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए जापान सरकार ने जेत्रोस कमेंडेशन अवार्ड प्रदान किया है। यह पुरस्कार हासिल करने वाले वे पहले भारतीय हैं।
इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड को सफलतापूर्वक अत्याधुनिक प्रदर्शनी केंद्र के तौर पर कार्यान्वित करने के लिए दिए गए व्यक्तिगत योगदान के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पेशेवर होने तथा प्रदर्शनी उद्योग को बढ़ावा देने के उनके समग्र योगदान के लिए ‘सफारी इंडिया साऊथ एशिया ट्रेवल अवॉर्ड’ से समानित किया गया है।
डॉ. राकेश कुमार को हस्तशिल्प क्षेत्र में उनके योगदान के लिए indiasgreatest.com की ओर से सुपर एचीवर अवार्ड प्रदान किया गया है।
वृक्ष की शुरुआत, ट्रस्ट का गठन
डॉ. राकेश कुमार ने अवैध रूप से काटी लकड़ी के व्यापार पर लगाम के लिए भारतीय इमारती लकड़ी की वैधता आंकलन और सत्यापन कार्यक्रम (वृक्ष) शुरू किया है।
उन्होंने कारीगरों और उनके बच्चों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण और उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए मुरादाबाद कारीगर कल्याण ट्रस्ट की स्थापना की है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम को ‘ई इंडिया’ पुरस्कार
डॉ. राकेश कुमार को ईपीसीएच के 10,000 सदस्यों के चुनाव के लिए वेब-आधारित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम शुरू करने का भी श्रेय दिया जाता है। ईपीसीएच इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम शुरू करने वाली पहली परिषद है। ईपीसीएच को इस पहल के लिए ‘ई इंडिया’ पुरस्कार दिया गया।
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