कुल्लू के रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर को हिमाचल गौरव
हिमाचल बिजनेस/ कुल्लू
पिछले अढ़ाई दशक से रंगमंच के लिए समर्पित कुल्लू के रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर को हिमाचल प्रदेश सरकार ‘हिमाचल गौरव पुरस्कार 2024 से सम्मानित कर रही है।
15 अगस्त को कांगड़ा जि़ला के देहरा में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री सुखबिन्द्र सिंह सुक्खू प्रदान करेंगे।
रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर का नाम देश के ऐसे कल्चर एक्टिविस्टों में शामिल है, जिन्होंने नाटक के लिए बंजर जमीन पर रंगकर्मियों की एक बड़ी फौज तैयार की है।
संसाधनों के अभाव के बावजूद अपनी जिंदगी को होम कर रंगमंच का झंडा बुलंद करने वाले एक ठेठ ग्रामीण युवा ने रंगमंच को नई उड़ान दी है। सच में वे ऐसे पुरस्कार के हददार हैं।
ऐक्टिव मोनाल कल्चरल एसोशिएशन के संचालक
रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर पिछले 26 सालों से कुल्लू में अपने नाट्य ग्रुप ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन के बैनर तले रंगमंच के क्षेत्र में निरन्तर कार्य कर रहे हैं।
ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन हिमाचली पृष्ठभूमि तथा लोक संस्कृति से ओत- प्रोत नाटकों का मंचन देश भर में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय नाट्योत्सवों में करती आ रही है।
इस संस्था ने कुल्लू घाटी के कई युवाओं को नाटकों की तरफ मोड़ा है और कई युवाओं के लिए अभिनय रोजगार का जरिया बना है। केहर सिंह ठाकुर के तराशे कई अभिनेता हिन्दी फिल्म उद्योग मुंबई में सक्रिय हैं।
कुल्लू में नाटकों के लिए पैदा की जमीन
ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन कुल्लू में ही ‘कुल्लू रंग मेला’ एक जि़ला स्तरीय ‘कुल्लू नाट्योत्सव’ एक राज्य स्तरीय ‘हिमाचल नाट्य महोत्सव’ तथा एक राष्ट्र स्तरीय ‘कुल्लू राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव’ जैसे नाटयोत्सवों को आयोजित करती आ रही है। संस्था नई पीढ़ी को रंगमंच की तरफ मोड़ने में अहम भूमिका अदा कर रही है।
संस्था के प्रयासों का ही परिणाम है कि अब स्कूली स्टूडेंट्स तक मच पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर रहे हैं। संस्था हर साल कुल्लू के दस सरकारी स्कूलों में निशुल्क बाल नाट्य कार्यशालाओं का आयोजन कर उनसे पनपे लघु नाटकों के ‘बाल नाटयोत्सव’ का आयोजन पिछले दस सालों से निरन्तर कर रही है।
नाटकों में शोध के लिए स्कॉलरशिप और फैलोशिप
कुल्लू के नग्गर ब्लॉक की अरछण्डी पंचायत के बड़ी दा ग्रां में जन्में केहर ने कुल्लू कॉलेज से बीएससी करने के बाद इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय से पत्राचार एवं जन संचार में पीजी डिप्लोमा किया है।
पत्रकारिता की जगह केहर सिंह ठाकुर ने रंगमच को चुना और यह रंगकर्मी थियेटर के लिए समर्पित हो गया। उन्हें भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय से नाटक के क्षेत्र में शोध के लिए साल 2001 में स्कॉलरशिप और साल 2010 में फैलोशिप मिली।
रंगकर्मी ने काम से बनाई पहचान
केहर सिंह ठाकुर को केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी दिल्ली ने ‘बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार 2013 से सम्मानित किया है। नाटक के क्षेत्र में यह देश का दूसरा बड़ा पुरस्कार है। केहर सिंह ठाकुर को हिमतरू पुरस्कार, ठाकुर वेद राम पुरस्कार, आशियां सम्मान, नाटकबाज़ पुरस्कार, बैस्ट थिएटर प्रोमोटर ऑफ हिमाचल सहित दर्जनों पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
इस रंगकर्मी की संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन को भी कई सम्मान मिले हैं। इस संस्था को साल 2016 में हिमाचल प्रदेश की उत्कृष्ट स्वयंसेवी संस्था के लिए हिमाचल प्रदेश भाषा, कला एवं संस्कृति अकादमी शिमला ने अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया है।
सिनेमा में दे चुके दस्तक
केहर सिंह ठाकुर की की नाट्य क्षेत्र की शिक्षा- दीक्षा गुरू शिष्य परम्परा में भारत के प्रसिद्ध रंगकर्मी स्वर्गीय अमिताव दास गुप्ता तथा प्रसिद्ध लेखिका नूर ज़हीर के सानिध्य में हुई है।
वे फिल्मों, सीरियलों तथा वैब सीरीज़ में बतौर अभिनेता अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते आए हैं। हिमाचल गौरव के लिए चयन होने पर केहर सिंह ठाकुर का कहना है कि यह उनकी सालों की साधना का सम्मान है।
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