ड्रोन से जासूसी : जयराम के आरोप पर सुक्खू की चुटकी 

ड्रोन से जासूसी : जयराम के आरोप पर सुक्खू की चुटकी 
मानसून सत्र, हिमाचल प्रदेश विधानसभा।

हिमाचल बिजनेस। शिमला

शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के ड्रोन से जासूसी के आरोपों के बाद प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जो ड्रोन जयराम ठाकुर के घर के ऊपर घूम रहा है, वह पुलिस का नहीं है।  सीएम ने कहा कि कहीं ये ईडी और सीबीआई का काम तो नहीं है। जयराम ठाकुर को सनसनी फैलाने का शौक है।

सदन में मुख्यमंत्री के जवाब के बाद हंगामा शुरू हो गया। जिस पर विधानसभा स्पीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री सदन के नेता हैं, इसलिए उनकी बात को चुपचाप सुना जाना चाहिए।

सीएम सुक्खू ने कहा कि हमारी सरकार इस तरह की ड्रोन से जासूसी नहीं करती है। पुलिस इस तरह के किसी भी कार्य में संलिप्त नहीं है, न ही हमारी सरकार ने ड्रोन से जासूसी करवाई है। उन्होंने कहा कि कौन सी एजेंसी ड्रोन से जासूसी करवा रही है, इसकी जांच करवाई जाएगी।

निजता के अधिकार का हनन: जयराम

विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आज जब वह विधानसभा आ रहे थे, तब भी ड्रोन आंगन में घूम रहा था। गाड़ियां कहां खड़ी हैं, कौन आया, उनकी भी ड्रोन से जासूसी हो रही है। कानून व्यस्था की धज्जियां उड़ रही हैं, उस पर सरकार का ध्यान नहीं है।

विपक्ष के लोगों के फोन सर्विलेंस पर हैं और ड्रोन से जासूसी की जा रही है। यह निजता के अधिकार का भी हनन है और यह बहुत ओछी हरकत है। सीएम को इसका जवाब देना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये घटना सिर्फ आज की नहीं है, हमने पहले भी कई बार इसे (ड्रोन) देखा है। आज जब ड्रोन देखा गया तो हमने विधानसभा में अपनी बात कहना उचित समझा लेकिन जिस गैर-जिम्मेदाराना तरीके से मुख्यमंत्री ने जवाब दिया वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारा मानना है कि सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।

ड्रोन का इस्तेमाल जान बूझकर ड्रोन से जासूसी के लिए किया जा रहा है। जब वो बार-बार इस मुद्दे को हल्के में ले रहे थे तो हमने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट कर दिया। वो हमारे मुद्दों पर कोई जवाब नहीं देते।

सदन में गूंजा थुनाग हॉर्टिकल्चर कॉलेज का टेंडर

सदन में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मैंने थुनाग में हॉर्टिकल्चर कॉलेज खोला था। इसके भवन के लिए 10 करोड़ रुपए का टेंडर लगाया गया, लेकिन कॉलेज को बंद कर दिया गया है और शिफ्ट करने के नाम पर टेंडर रोक दिया गया है। जबकि इसके लिए पिछली सरकार ने बजट का प्रावधान किया था।

जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के पास पांच साल का समय था। उस समय कॉलेज को पूरा क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज को न तो शिफ्ट किया जाएगा न की बंद किया जाएगा।
10 करोड़ रुपए का बजट काफी नहीं है। इतना बजट तो सिर्फ लैंड डेवलपमेंट में ही लग जाएगा। जिस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने जानबूझ कर टेंडर को रोका है।

पूर्व सरकार ने निजी भूमि पर बना डाला मेडिकल कॉलेज

सीएम सुक्खू ने कहा कि निजी भूमि पर नेरचौक मेडिकल कॉलेज बना दिया, पूर्व भाजपा सरकार के ये तो हाल हैं। पूर्व सरकार के कारण मौजूदा सरकार हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में केस हार गई है और अब सरकार पर एक हजार करोड़ की देनदारी आ गई है।

इसके बाद भाजपा ने सदन में नारेबाजी कर दी और सदन से वॉक आउट कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि ये वॉक आउट दर्ज नहीं होगा, क्योंकि विपक्ष के एक विधायक अनिल शर्मा सदन में बैठे रहे। इसे वॉक आउट की जगह प्रोटेस्ट के तौर पर ही दर्ज किया जाएगा।

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