पौंग और चमेरा डैम में केरल की तर्ज़ पर बैक वाटर टूरिज्म
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कांगड़ा के लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने संसद में उठाई मांग, चंबा के लिए मांगी रेल लाइन
हिमाचल बिजनेस, दिल्ली
कांगड़ा लोकसभा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने सोमवार को संसद में नियम 377 के तहत बोलते हुए कांगड़ा ज़िले में स्थित पौंग बांध और चंबा के चमेरा जलाशय में केरल की तर्ज़ पर बैक वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के मांग की, ताकि कांगड़ा और चंबा ज़िलों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।
उन्होंने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पठानकोट से डलहौजी – खज्जियार-चम्बा तक के लिए एक नई रेलवे ब्रॉडगेज लाइन विकसित करने का अनुरोध किया, ताकि स्थानीय लोगो के साथ पर्यटकों को आवागमन में सुविधा मिल सके । उन्होंने डलहौजी-खज्जियार-चम्बा के लिए टू लेन रोड कनेक्टिविटी विकसित करने का भी अनुरोध किया |
पर्यटक स्थल हों विकसित
सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कांगड़ा ज़िले के भागसूनाग, मैक्लोडगंज, नड्डी, चर्च, डल झील, इंद्रुनाग और धर्मकोट जैसे लोकप्रिय टूरिज्म स्थलों में सार्वजनिक सुविधाएं विकसित करने की मांग की, ताकि स्थानियो लोगो और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके।
उन्होंने दिल्ली से अम्ब रेलवे स्टेशन पर चलने वाली वंदे भारत ट्रैन के यात्रियों के लिए अब रेलवे स्टेशन से धर्मशाला -पालमपुर के लिए पर्यटक बसें चलाने का अनुरोध किया, ताकि इस रेल से सफर करने वाले यात्रियों को सुविधा मिल सके।
रक्क्ड़ हेलीपोर्ट से हेली टैक्सी सेवा
सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने टूरिज्म के लिए पठानकोट से जोगिन्दरनगर तक रेलवे लाइन को ब्रॉडगेज करने का अनुरोध किया तथा रक्क्ड़ हेलीपोर्ट को हेली टैक्सी सेवा शुरू करने के लिए विकसित करने का अनुरोध किया।
उन्होंने चामुंडा-जवाला जी शक्तिपीठों को टूरिज्म के लिए विकसित करके उनमें आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का अनुरोध किया
नूरपुर और बाथरी में ट्रोमा सेंटर
सांसद ने लोकसभा में शून्य काल में बोलते हुए कांगड़ा जिला के नूरपुर और चम्बा ज़िले के बाथरी में बेहतर स्वस्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए दोनों स्थलों पर ट्रामा सेंटर स्थापित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इन दुर्गम क्षेत्रों में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं तथा इलाज उपचार के लिए कोई भी सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल उपलब्ध नहीं है।
5 साल में 9 पैराग्लाइडरों की गई जान
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि हिमाचल प्रदेश में 2020 से जुलाई 2024 तक पैराग्लाइडिंग की दुर्घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार, ये मौतें पैराग्लाइडर दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण हुई हैं।
टैंडम और सोलो उड़ानों में हादसे
हिमाचल प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने लिखित जवाब में बताया कि 2020 से 19 जुलाई 2024 तक टैंडम और सोलो उड़ानों में नौ मौतें हुई हैं। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि साहसिक पर्यटन सहित पर्यटन का विकास और प्रचार-प्रसार, साथ ही साहसिक स्थलों पर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना मुख्य रूप से राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आता है।