दूसरे रोज 4 शव बरामद, मरने वालों की संख्या हुई 9 , सीएम ने समेज में जाकर बांटा दर्द

हिमाचल बिजनेस टीम
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं के दूसरे दिन 4 और लोगों के शव बरामद हुए हैं। रामपुर के झाकड़ी में 2 शव बरामद हुए हैं। ये शव महिला और पुरुष के हैं, जिनकी शिनाख्त की जा रही है।
मंडी जिला के राजबन में भी 2 बच्चों के शव बरामद हुए हैं, जिनकी शिनाख्त कर ली गई है। प्रदेश में अभी तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 44 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
इनमें रामपुर के समेज से 34, बागीपुल में 5 और मंडी के राजबन में 5 लोग लापता हैं। बादल फटने के बाद आए मलवे की चपेट में आकार 61 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि 42 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है।
समेज पहुंचे सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेज पहुंचे, जहां उन्होंने क्षेत्र में हाल ही में बादल फटने से आई बाढ़ के चलते हुए नुक्सान की स्थिति का जायजा लिया।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और रामपुर के विधायक नंद लाल भी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ दल से ताजा हालात की रिपोर्ट ली और प्रभावित हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया।
मलाणा में 25 लोग अब भी फंसे
प्रदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव दुनी चंद राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना में कुल्लू में एक और मंडी में पांच लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कुल्लू में नौ, शिमला में 33 और मंडी में पांच लोग लापता हैं।
कुल्लू से 44, शिमला से 10 और मंडी से एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया। मलाणा में अब भी 25 लोगों के फंसे होने की जानकारी है। इनमें कुछ पर्यटक भी शामिल है। यह लोग होटल में पूरी तरह सुरक्षित हैं और इन्हें शनिवार को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
कहां कितना हुआ नुकसान
बादल फटने से अब तक हुए नुकसान के मुताबिक इन तीन जगहों पर 61 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। इनमें से कुल्लू में 32, शिमला में 25 और मंडी में 4 आशियाने उजड़ गए हैं। इसके साथ ही 22 गौशालाएं, 6 पुल और पैदल चलने वाले 32 पुल भी बह गए हैं।
बादल फटने से कुल्लू में सबसे ज्यादा 4 पुल और पैदल चलने वालों के लिए बनी 30 पुलिया को नुकसान पहुंचा है। कुल्लू में 3 दुकानें और 6 स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 17 गाड़ियां या तो बह गई या उन्हें भारी नुकसान हुआ है। इनमें से 13 कुल्लू और 4 शिमला में हैं। कुल्लू में 3 मछली फार्म भी आपदा की चपेट में आए हैं।
भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा
शिमला जिला के समेज गांव में बादल फटने के बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप ने वीरवार सुबह नौ बजे भारतीय सेना की सहायता मांगी। इसके बाद भारतीय सेना ने मोर्चा संभाला। लगभग 125 कर्मियों की क्षमता वालीं तीन टुकड़ियां, एक इंजीनियर टास्क फोर्स और लगभग 20 कर्मियों वाली मेडिकल टीम सहायता में जुटी है।
भेजे जाएंगे 50 जेनरेटर
बादल फटने की घटनाओं के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने एनडीआरएफ की दो टीमें भेजने के लिए कहा है। एयरफोर्स को तैयार रहने को कहा गया है। सरकार पुलिस को पांच ड्रोन देगी।
संचार तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए उपमंडल अधिकारी स्तर पर सेटेलाइट फोन उपलब्ध करवाए गए हैं। पुलिस स्टेशनों और चौकियों को 50 विद्युत जेनरेटर भेजे जाएंगे, ताकि विद्युत आपूर्ति में बाधा न आए।
हर संभव मदद देगी सरकार
सीएम सुखविंदर सिंह ने पीड़ित परिवारों से बातचीत की है। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वसान दिया है। सीएम ने पीड़ितों से मिलकर कहा कि वे परिवारों को बसाने का काम करेंगे। प्रभावित बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे और सभी परिवारों को हम राहत देंगे।
प्रभावित परिवारों को तीन महीने का गैस सिलेंडर, खाना पीना, 50 हजार रुपये अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए दिया जाएगा। बारिश खत्म होने के बाद घर बनाने के लिए प्रभावितत परिवारों को आर्थिक मदद दी जाएगी।
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