हिमाचल प्रदेश में नहीं मिलेगी फ्री बिजली
हिमाचल बिजनेस/ शिमला
हिमाचल प्रदेश में गहराते आर्थिक संकट के बीच सीएम सुक्खू ने कहा कि फ्री बिजली नहीं देंगे। उन्होंने एक बार फिर कड़े फैसले लेने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल बाजार से लोन उठाने की लिमिट सिर्फ 2300 करोड़ रुपये बची है और इसका इस्तेमाल दिसंबर तक करना है।
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ऐसे में इस पैसे का सदुपयोग बहुत जरूरी है, अगर खजाना लुटाते रहे तो सही नहीं होगा। इसलिए आने वाले समय में कड़े फैसले लेंगे। सीएम ने दो टूक कहा कि फ्री बिजली नहीं देंगे, मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्री बिजली के फैसले से एक ही परिवार ने 4-4 मीटर लगा लिए, जिससे नुकसान हो रहा है।
आत्मनिर्भर बनाने के लिए ये फैसले
मंगलवार को भी मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने डीजल पर वैट बढ़ाने के साथ-साथ अन्य कदम उठाने के भी संकेत दिए थे। सीएम सुक्खू ने कहा था कि राजस्व बढ़ाने के लिए कई लोगों ने मुझे संपर्क किया कि हम बिजली का बिल देना चाहते हैं। हम चरणबद्ध तरीके से बिजली के बिल में एकरूपता लाएंगे।
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सीएम सुक्खू ने कहा कि हमने मिनिमम पानी का बिल 100 रुपए कर दिया लेकिन जिन परिवारों की आय 50,000 रुपए से कम है उनसे ये भी नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही बसों में जो भी रिफॉर्म किया जा सकता है वो किया जाएगा। शराब के ठेकों की नीलामी से भी हमें आय हो रही है। फ्री बिजली बिजली को लेकर भी सीएम ने साफ कर दिया।
आने वाले दिनों में कड़े फैसले
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक संकट नहीं है, हम आर्थिक संकट से उबर रहे हैं। हिमाचल आर्थिक संकट को पार कर चुका है, अब अनुशासन लाकर आत्मनिर्भर हिमाचल बनाना है और उसके लिए ये कदम उठाना जरूरी है।
बुधवार को सदन में कर्मचारियों के वेतन और पेंशन को लेकर उन्होंने साफ किया कि सैलरी 5 सितंबर और पेंशन 10 सितंबर को आएगी। मुख्यमंत्री ने ऐसा करने के पीछे की वजह भी बताई लेकिन साथ ही उन्होंने आने वाले दिनों में कड़े फैसले लेने का इशारा भी कर दिया है।
डबल इंजन सरकार ने लुटाया खजाना
सीएम सुक्खू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हिमाचल की 75 लाख की आबादी को पता होना चाहिए कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के कारण वित्तीय कुप्रबंधन हुआ है। पूर्व की भाजपा सरकार ने सरकार के खजाने को लुटाया है। बिजली-पानी मुफ्त दिया गया। 600 के करीब शिक्षण और स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए गए।
जो इनकम टैक्स देता है उसे फ्री बिजली और पानी नहीं चाहिए लेकिन, भाजपा सरकार ने बिना सोचे समझे बिजली-पानी मुफ्त दिया। जो गरीब है उन्हें बिजली-पानी मुफ्त मिलना चाहिए लेकिन ऐसे लोगों को फ्री बिजली पानी की जरूरत नहीं है जो अपने पैसे से खरीद सकते हैं।