शिमला की 75 साल पुरानी तस्वीर, तस्वीर में ‘साधना कट’ हेयरस्टाइल से पहले की साधना
शिमला की 75 साल पुरानी तस्वीर, तस्वीर में ‘साधना कट’ हेयरस्टाइल से पहले की साधना
विनोद भावुक। शिमला
हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर 1960 में आई फ़िल्म ‘लव इन शिमला’ अपने समय की सबसे ताज़गी भरी रोमांटिक फिल्मों में गिनी जाती है। यह वही फिल्म है, जिसने जॉय मुखर्जी और साधना जैसे दो बड़े सितारे एक साथ बॉलीवुड को दिये। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस रोमांटिक कहानी की जड़ें बसी हैं शिमला की खूबसूरत पहाड़ियों में।
फ़िल्म की शूटिंग के दौरान शिमला की गलियाँ, पहाड़, मशोबरा की हरियाली और ब्रिटिशकालीन वास्तुकला ने कहानी में एक प्राकृतिक रोमांस भर दिया। कई पुरानी यादें बताती हैं कि शुरुआत में इस फिल्म का नाम ‘सोनिया’ रखा गया था, लेकिन बाद में इसे बदलकर ‘लव इन शिमला’ कर दिया गया।
‘साधना कट’ से पहले साधना
सोशल मीडिया पर लोग आज भी चर्चा करते हैं कि इन शुरुआती तस्वीरों और दृश्यों में साधना बिलकुल अलग लगती हैं। क्योंकि यह वो दौर था जब उनका मशहूर ‘साधना कट’ हेयरस्टाइल आया ही नहीं था।
बाद के वर्षों में यही स्टाइल बॉलीवुड और भारत की युवतियों में एक फैशन क्रांति बनकर फैल गया।
जॉय मुखर्जी उस समय की युवा पीढ़ी के दिलों की धड़कन थे। उनकी मासूम मुस्कान और स्टाइलिश अभिनय ने उन्हें रोमांटिक हीरो की कतार में खड़ा कर दिया। जॉय मुखर्जी ने यह फिल्म इसलिए साइन की थी, क्योंकि उनका 15 महीना पॉकेट मनी बढ़कर 300 मिलने लगा था!
शिमला के लोग लाइव देखते थे शूटिंग
बताया जाता है कि उस समय शिमला के लोग बड़ी संख्या में शूटिंग देखने के लिए इकठ्ठा हो जाते थे। फिल्म के कई प्रसिद्ध गाने आज भी रेडियो पर गूँजते हैं और शिमला की उन हसीन वादियों की याद दिलाते हैं। बड़े पर्दे पर शिमला की खूबसूरती मन मोह लेती है।
फिल्म रिलीज़ होते ही साधना और जॉय मुखर्जी की जोड़ी को दर्शकों ने सिर-आँखों पर बिठा लिया।
इस फिल्म ने न सिर्फ दोनों के करियर को चमकाया, बल्कि शिमला को भी हिंदी सिनेमा में एक खास जगह दी।
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