डॉ. संदीप शर्मा : हिन्दी कहानी के आसमान पर चमक रहे विज्ञान के शिक्षक, चार कहानी संग्रह प्रकाशित
डॉ. संदीप शर्मा : हिन्दी कहानी के आसमान पर चमक रहे विज्ञान के शिक्षक, चार कहानी संग्रह प्रकाशित
विनोद भावुक। हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश के साहित्यिक आकाश में हिन्दी कहानी के चमकते सितारे डॉ. संदीप शर्मा ने अपनी अलग पहचान बनाई है। विज्ञान के शिक्षक होने के बावजूद, डॉ. शर्मा ने कहानी लेखन में गहरी छाप छोड़ी है। हिमाचल प्रदेश की जीवन शैली और सामाजिकता को आधार बनाकर कहानी लेखन करने वाले डॉ. संदीप शर्मा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख कहानीकारों में से एक हैं।
डॉ. संदीप शर्मा के चार कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। 2018: ‘अपने हिस्से का आसमान’, 2019: ‘अस्तित्व की तलाश’, 2020: ‘माटी तुझे पुकारेगी’, 2022: ‘जिंदगी की लहरें’। ‘गाइड’ जैसी लोकप्रिय कहानी ने उन्हें साहित्यिक सम्मान दिलाया और उनके लेखन को नई ऊँचाई दी। कवि के तौर पर भी उनकी खास पहचान है।
साहसिक पर्यटन पर पीएचडी
डॉ. संदीप शर्मा का जन्म 25 अगस्त 1976 को हमीरपुर के बलेटा खुर्द में हुआ। वर्तमान में वे डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, हमीरपुर में विज्ञान शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। इसके साथ ही उनका साहित्यिक योगदान प्रदेश के ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जाता है।
डॉ. शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के साहसिक पर्यटन पर पीएचडी की है और उनकी कहानियां, लेख व कविताएं राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशित होती हैं। उनके शोध पत्र भी साहित्य और समाज के विभिन्न विषयों पर प्रकाशित हुए हैं।
नए लेखक और पाठकों के लिए प्रेरक
लेखन में योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें शामिल हैं: कथा बिंब (मुंबई) द्वारा कमलेश्वर स्मृति कथा पुरस्कार (2019), जय विजय मासिक ई-पत्रिका द्वारा जय विजय रचनाकार सम्मान (2019), शेष साहित्य सदन, पपरोला-बैजनाथ द्वारा स्व. डॉ. प्रेम भारद्वाज ‘प्रेम’ राष्ट्रीय सम्मान (2021)।
डॉ. संदीप शर्मा का जीवन और लेखन हमें यह संदेश देता है कि चाहे पेशा विज्ञान का हो या कोई और क्षेत्र, साहित्य और कला के प्रति लगन और समर्पण से असाधारण उपलब्धि हासिल की जा सकती है। प्रदेश के साहित्यिक संसार में डॉ. संदीप की कहानी यात्रा नए लेखक और पाठकों के लिए प्रेरक है।
हिमाचल और देश-दुनिया की अपडेट के लिए join करें हिमाचल बिज़नेस
https://himachalbusiness.com/kangra-fort-captured-on-camera-for-the-first-time-the-first-photographic-journey-of-the-himalayas-from-dharamshala-to-spiti/
