माहिर शिकारी राजकन्या, मंडी रियासत की प्रिसेंस ‘बब्बल’

माहिर शिकारी राजकन्या, मंडी रियासत की प्रिसेंस ‘बब्बल’
हिमाचल बिजनेस | मंडी
उस दौर में जहां राजकुमारियां प्रायः महलों तक ही सीमित रहती थीं, राजकुमारी बब्बल एक माहिर शिकारी के रूप में जानी जाती थीं। शिकार उनके लिए सिर्फ शौक नहीं, बल्कि साहस और निडरता का प्रतीक था। राजकुमारी ने कई खूंखार जंगली जानवरों का शिकार किया था।
ऐतिहासिक मंडी रियासत का जिक्र आते ही लोगों के मन में राजा जोगिंदर सेन की छवि सामने आती है। इस शाही घराने की एक और शख्सियत रही राजकुमारी निर्वाण देवी, जिन्हें लोग प्यार से प्रिसेंस बब्बल कहा करते थे।
बिल्खा रियासत की रानी
राजकुमारी निर्वाण देवी का जन्म 12 दिसंबर 1928 को शिमला में हुआ था। वह मंडी के राजा जोगिंदर सेन और उनकी पहली पत्नी रानी अमृत कौर की पुत्री थीं। स्वतन्त्रता सेनानी रानी अमृत कौर आजाद भारत की पहली हेल्थ मिनिस्टर रही।
राजकुमारी निर्वाण की शादी 27 मई 1946 को सौराष्ट्र (गुजरात) की बिल्खा रियासत के कैप्टन राजा जसवंत सिंह बिल्खा से हुई। विवाह के बाद रानी निर्वाण ने अपनी शाही शख्सियत और आत्मविश्वास को बनाए रखा।
साहस और रोमांच की मिसाल
कैप्टन राजा जसवंत सिंह बिल्खा और रानी निर्वाण के चार पुत्र हुए, जिन्होंने बिल्खा रियासत और अपने माता-पिता की शान और परंपरा को आगे बढ़ाया। रानी निर्वाण ने बिल्खा रियासत में अपनी खास पहचान बनाई।
लंबी और गौरवपूर्ण जीवन यात्रा के बाद 2 अप्रैल 2011 को पुणे में रानी निर्वाण का निधन हुआ। बेशक आज वे इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन प्रिसेंस बब्बल आज भी मंडी की शाही गाथाओं में साहस और रोमांच की मिसाल बनकर याद की जाती हैं।
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