अतीत की गलियों से : भारत के वायसराय बनाने से पहले चंबा की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद कर चुके थे लार्ड कर्ज़न

अतीत की गलियों से : भारत के वायसराय बनाने से पहले चंबा की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद कर चुके थे लार्ड कर्ज़न
विनोद भावुक/ चंबा
वायसराय नियुक्त होने से ठीक पहले लार्ड कर्ज़न ने अपनी पत्नी लेडी मैरी के साथ चंबा की यात्रा की थी। अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने चंबा की मनोरम घाटियों, ऐतिहासिक भवनों, और लोकजीवन की अद्भुत छवियों को अपने अत्याधुनिक कैमरे से कैद किया था। कैमरा उस समय के सबसे उन्नत यंत्रों में गिना जाता था। लार्ड कर्ज़न ने उस दौर में चंबा के जिन स्थानों की तस्वीरें खींची, वे धरोहर तस्वीरें आज भी चंबा के इतिहास का अमूल्य दस्तावेज मानी जाती हैं।
इतिहास पुस्तकों संग चित्रों, स्मृतियों और ऐसे पदचिन्हों में बसता है, जिन्हें समय कभी मिटा नहीं सकता। लार्ड कर्ज़न के खींचे गए चंबा के चित्र न केवल ऐतिहासिक धरोहर हैं, बल्कि उसकी आत्मा की अनोखी झलक भी हैं। लार्ड कर्ज़न के खींचे चंबा के दुर्लभ छायाचित्र ब्रिटिश आर्काइव्ज़ और विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूज़ियम लंदन में सुरक्षित हैं।


सुंदर और शांत पहाड़ी रियासत की यात्रा
एक शताब्दी से भी अधिक पुरानी यह कहानी है उस दौर की, जब अंग्रेजी हुकूमत भारत पर अपनी पकड़ को और मजबूत कर रही थी और सुंदर और शांत पहाड़ी रियासत चंबा ब्रिटिश हुकूमत की नज़रों में खास जगह बना रही थी। उस समय चंबा रियासत पर राजा गोपाल सिंह वर्मन के पुत्र राजा शाम सिंह वर्मन शासन कर रहे थे। राज- काज में उनके छोटे भाई मियां भूरी सिंह वर्मन उनका सहयोग कर रहे थे।
1899 में इंग्लैंड के सम्राट ने लार्ड कर्ज़न को भारत का नया वायसराय नियुक्त किया। लार्ड कर्ज़न न केवल राजनैतिक रूप से प्रभावशाली थे, बल्कि वे एक कुशल पर्यटक और बेहतरीन फोटोग्राफर भी थे। उनके खींचे फोटो फोटोग्राफी की कला में उनके माहिर होने की गवाही खुद देते हैं। उस दौर के ब्लैक एंड व्हाइट फोटो आज भी बोलते से प्रतीत होते हैं।


चंबा की भव्यता के प्रतीक धरोहर चित्र
भारतीय इतिहासकारों ने इन ऐतिहासिक छायाचित्रों को वर्षों की कड़ी मेहनत और शोध के बाद खोजा है। इस प्रयास ने केवल चंबा के इतिहास को पुनर्जीवित किया है, बल्कि आज के चंबा को अपने सांस्कृतिक और भौगोलिक अतीत से जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण सबूत दिये हैं।
लार्ड कर्ज़न के क्लिक किए दुर्लभ फोटो न केवल चंबा की भव्यता को दर्शाते हैं, बल्कि इस बात की भी पुष्टि करते हैं कि भारत की छोटी सी रियासत चंबा उस दौर में भी दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही थी।



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