न्मदिन मुबारक : 600 मेडल विजेता धावकों को तराशने वाले ‘भूप्पी कोच’, सच कर दिखाया हमीरपुर में सिंथेटिक ट्रेक का सपना

न्मदिन मुबारक : 600 मेडल विजेता धावकों को तराशने वाले ‘भूप्पी कोच’, सच कर दिखाया हमीरपुर में सिंथेटिक ट्रेक का सपना
जन्मदिन मुबारक : 600 मेडल विजेता धावकों को तराशने वाले ‘भूप्पी कोच’, सच कर दिखाया हमीरपुर में सिंथेटिक ट्रेक का सपना को सच करने
विनोद भावुक/ धर्मपुर
मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के खोदा गांव से संबंध रखने वाले भूपिंदर सिंह को खेल की दुनिया ‘भूप्पी कोच’ के तौर पर जानती है। कभी हमीरपुर कॉलेज के स्टूडेंट के तौर पर 1500 सौ मीटर की दौड़ में स्टेट चैंपियन का खिताब उनके नाम था। उनकी गिनती इंडिया के टॉप सेवन स्टार्स में होती थी।
👉राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला से कोच का प्रशिक्षण हासिल कर 1988 में कोच के तौर पर ‘भूप्पी कोच’ का हमीरपुर से उनका नाता और भी घनिष्ठ हो गया। कोच के तौर पर जीवन की आधी सदी दौड़ने और धावक पैदा करने को होम करने वाले इस जोहरी ने 600 से ज्यादा पदक विजेता धावक और धाविकाएं तराशी हैं।
👉देश के कई नामी धावकों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन दिया। उनके हाथों तराशी पुष्पा ठाकुर और संजो देवी ने राष्ट्रीय स्तर पर शिखर छूकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। वे भारतीय एथलेटिक्स टीम के प्रशिक्षक भी रहे हैं। आज ‘भूप्पी कोच’ का जन्मदिन है। हिमाचल के खेल जगत के इस लिविंग लेजेंड को हिमाचल बिजनेस की तरफ से बहुत- बहुत बधाई।
👍सच कर दिखाया सिंथेटिक ट्रैक का सपना
हमीरपुर कॉलेज के उदयीमान खिलाड़ी के तौर पर धावकों को अभ्यास के लिए पेश आने वाली समस्याओं को करीब से देखा था। जब हमीरपुर में राष्ट्रीय कोच बनकर आए तो उन्होंने धावकों के लिए प्रदेश के पहले सिंथेटिक ट्रैक का सपना देखा।
👉उनकी उम्मीदों को पंख तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने लगाए और डिग्री कॉलेज हमीरपुर का खेल मैदान उन मैदानों में शामिल हो गया है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों के लिए आधारभूत ढांचा उपलब्ध हुआ। 400 मीटर का अंतरराष्ट्रीय ट्रैक जिसमें 5 दौड़ों, के अतिरिक्त चक्का फैक, गोला, भाला फैंक जैसो खेल आयोजन करने की सुविधा है।
👍खेल संपादक और प्रगतिशील किसान
खेल पत्रकार और संपादक के तौर पर भूपिंदर सिंह की आवाज हमेशा मुखर रही है और खेलों से संबन्धित मुद्दों को प्रमुखता से उठाते आ रहे हैं। वे ‘पेनेल्टी कॉर्नर’ खेल पत्रिका के संपादक हैं। लंबे समय तक वे स्कूल का संचालन करते रहे हैं। वर्तमान में वे एक प्रगतिशील किसान के तौर पर मशरूम की खेती कर रहे हैं।
👉धर्मपुर में चिट्टे के खिलाफ मुखर हुए सामाजिक संगठनों में भूपिंदर सिंह को ब्रांड एंबेसडर बनाया है। धर्मपुर में नशे के खिलाफ अप्रैल में बड़ा खेल आयोजन प्रस्तावित है। भूपिंदर सिंह कोच की धर्मपत्नी वीना ठाकुर राष्ट्रीय स्तर की हॉकी खिलाड़ी रही हैं।
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Jyoti maurya

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