प्रेरककथा : अब नहीं रहा ‘उन्ने दा उन्ना’, देवभूमि ग्रुप के संस्थापक युवा उद्यमी राजिंदर वशिष्ठ ने डेढ़ दशक में ऊना को बना दिया हिमाचल प्रदेश का बिज़नेस हब

प्रेरककथा : अब नहीं रहा ‘उन्ने दा उन्ना’, देवभूमि ग्रुप के संस्थापक युवा उद्यमी राजिंदर वशिष्ठ ने डेढ़ दशक में ऊना को बना दिया हिमाचल प्रदेश का बिज़नेस हब
विनोद भावुक/ ऊना
एक वह भी वक्त था जब विकास की दृष्टि से पिछड़े ऊना को लेकर कहा जाता था, ऊना ‘उन्ने दा उन्ना’। देवभूमि ग्रुप के संस्थापक युवा उद्यमी राजिंदर वशिष्ठ ने डेढ़ दशक के कुशल प्रबंधन से ऊना को हिमाचल प्रदेश का बिज़नेस हब बनाने में बड़ी भूमिका अदा की है। इंजीनियर राजिंदर वशिष्ठ, देवभूमि ग्रुप ऑफ़ कंपनीज के चेयरमैन और फर्स्ट जेनरेशन एंटरप्रेन्योर हैं, जिन्होंने डेढ़ दशक के प्रयासों से ऊना को एक छोटे शहर की सीमाओं से निकालकर बड़े बिज़नेस हब के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, निर्माण, ऊर्जा क्षेत्र और सिनेमा तक कारोबार को फैलाया है। उन्होंने ऊना जिला के उन इलाकों में होटल, मल्टीप्लेक्स सिनेमा और फूड हब लगाए, जहाँ पहले लोग रात में आने से कतराते थे। राजिंदर वशिष्ठ ने पारिवारिक व्यापार को छोड़कर नए और बड़े अवसरों की दिशा में कदम बढ़ाया और आज 600 से अधिक कर्मचारी देवभूमि ग्रुप के साथ काम कर रहे हैं।
देवभूमि ग्रुप का कंपनी नेटवर्क
राजिंदर वशिष्ठ विभिन्न हिमाचल प्रदेश की पृष्ठभूमि वाली कई कंपनियों से जुड़े हैं, जो कई सेक्टरों में सक्रिय हैं। उनकी मुख्य कंपनियां निम्नलिखित हैं।
Dev Bhoomi Cars Private Ltd (ट्रेडिंग ऑटोमोबाइल, स्थापना: 06 मई 2013)
Dev Bhoomi Wheels LLP (मशीनरी पार्ट्स, स्थापना: सितंबर 2018)
Dev Bhoomi Gulmohar Grand Hotels Pvt Ltd (हॉस्पिटैलिटी & ट्रांसपोर्ट, स्थापना: जुलाई 2015)
Dev Bhoomi Craftsman Pvt Ltd (निर्माण क्षेत्र, स्थापना: अक्टूबर 2022)
Dev Bhoomi Electric Pvt Ltd (उर्जा आपूर्ति, स्थापना: मार्च 2024)
मनोरंजन इंडस्ट्री में इन्वेस्ट, ‘ग्रांड सिनेमा’ चेन की शुरुआत
राजिंदर वशिष्ठ ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद पारिवारिक कत्था कारोबार से बाहर निकाल कर खुद के कारोबार के लिए नए सेक्टर खोजे, निवेश का रिस्क लिया और कुशल प्रबंधन से अपने हर वेंचर को सफल उद्यम में बादल दिया। अब वे मनोरंजन इंडस्ट्री में बड़ा निवेश कर रहे हैं।
ऊना के लिए गेम चेंजर बल्क ड्रग प्रोजेक्ट
राजिंदर वशिष्ठ कहते हैं कि हरोली में लग रहा बल्क ड्रग पार्क सिर्फ एक प्लांट नहीं है, यह ऊना के लिए इकोनॉमिक टर्निंग पॉइंट है। उनका अनुमान है कि इस प्रोजेक्ट के चलते पचास हजार से ज्यादा लोग सीधे और परोक्ष रूप से ऊना में रोजगार हासिल करेंगे। इससे न केवल फार्मा, बल्कि ट्रांसपोर्ट, हॉस्पिटैलिटी, रियल एस्टेट, शिक्षा, स्कूल, हॉस्पिटल, और फूड पार्क जैसे सेक्टरों में भी बूम आयेगा।
राजिंदर वशिष्ठ के मुताबिक इस परियोजना के चलते ऊना में कई तरह के उद्योग स्थापित होंगे और ऊना विकास के नए मील पत्थर स्थापित करेगा। नेशनल मैप पर ऊना की पहचान एक फार्मा हब के तौर पर होगी।
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