तीन बार विधानसभा चुनावों में चला कांग्रेस टिकट के लिए नाम, क्या उच्च शिक्षा और संगठन का लंबा अनुभव आयेगा सुरजीत कुमार भरमौरी के काम?

तीन बार विधानसभा चुनावों में चला कांग्रेस टिकट के लिए नाम, क्या उच्च शिक्षा और संगठन का लंबा अनुभव आयेगा सुरजीत कुमार भरमौरी के काम?
तीन बार विधानसभा चुनावों में चला कांग्रेस टिकट के लिए नाम, क्या उच्च शिक्षा और संगठन का लंबा अनुभव आयेगा सुरजीत कुमार भरमौरी के काम?
हिमचाल बिजनेस। भरमौर
उनका नाम 2012, 2017 और 2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भरमौर विधानसभा के लिए संभावित कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सीईसी के अंतिम पैनल में शामिल था। तीनों बार टिकट आखिरी पलों में उनकी दावेदारी खारिज कर दी गई। बावजूद इसके, पार्टी संगठन में वे जमकर पसीना बहाते आ रहे हैं।
जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातकोत्तर, एम.एससी गणित, बीएड और एलएलबी पास 38 वर्षीय सुरजीत कुमार भरमौरी भरमौर के औरा फाटी पंचायत के तिउल्ला गाँव से संबंध रखते हैं। एनएसयूआई के रास्ते पार्टी की मुख्यधारा में अपनी पहचान बनाने वाले एडवोकेट सुरजीत कुमार भरमौरी इस बार भी पार्टी टिकट के दावेदारों में एक बड़ा चेहरा हैं।
भरमौर कांग्रेस में टिकट का घमासान
भरमौर में अभी से टिकट की दावेदारियों का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के दिग्गज रहे पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने बीते दिनों खुद मीडिया के सामने आकार बगावती सुरों में भरमौर सीट से अपने पुत्र अमित भरमौरी की टिकट डिक्लेयर कर दी है।
इस विधानसभा सीट से ललित भी टिकट के लिए कदमताल कर रहे हैं। वे मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के खासमखास सुनील बिट्टू के सहारे टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं। हालांकि उन्हें बार- बार पार्टी बदलने और आजाद चुनाव लड़ने जैसे सियासी आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस की तरफ से नए चेहरे की तलाश
95 प्रतिशत ग्रामीण आबादी वाले भरमौर की सियासत पंडित तुलसी राम और ठाकुर सिंह भरमौरी के आजू- बाजू घूमती रही है। एक बार भाजपा के जिया लाल यहाँ से विधायक रहे हैं और अब भाजपा के डॉ जनक राज प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भाजपा ने यहाँ टिकट बदलने के कई प्रयोग किए हैं।
भरमौर में कांग्रेस ठाकुर सिंह भरमौरी पर ही दांव खेलती आई है। बढ़ती उम्र अब उनके आड़े आने लगी है। ऐसे में कांग्रेस भी भरमौर में इस बार नए चेहरे को आगे लाकर भाजपा को मजबूत टक्कर देने की तैयारी में है। सुरजीत कुमार का कहना है कि साफ छवि और विकासशील नेतृत्व से ही भरमौर का विकास संभव है।
सुरजीत ने एनएसयूआई से बनाई पहचान
सुरजीत कुमार 2002 में भरमौरी धर्मशाला कॉलेज में एनएसयूआई के सक्रिय सदस्य बने और अगले ही वर्ष उन्हें कैम्पस महासचिव चुना गया। 2005 में वे परिसर उपाध्यक्ष और 2006 में कॉलेज प्रभारी बने।
2007 में वे प्रदेश विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला के अध्यक्ष बने। अगले साल उन्हें क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला का परिसर अध्यक्ष बनाया गया।
सुरजीत कुमार को 2009 में उन्हें प्रदेश एनएसयूआई का महासचिव और 2011 में एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रतिनिधि चुना गया। 2012 में वे एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव बनाए गए और उन्हें असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय का प्रभार दिया गया। 2013-14 में राष्ट्रीय सचिव के तौर पर उत्तर प्रदेश, 2015-16 में उत्तराखंड और 2016-17 में पीयू चंडीगढ़ के प्रभारी के प्रभारी बनाए गए।
145 किलोमीटर की पदयात्रा
सुरजीत कुमार 2017-18 में हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव और 2019-20 में राष्ट्रीय समन्वयक और मध्य प्रदेश के सह-प्रभारी रहे हैं। 2024 के जम्मू- कश्मीर के विधानसभा चुनाव में उन्हें बिलावर-विधानसभा का एआईसीसी समन्वयक नियुक्त किया गया। वे हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष और निर्वाचित महासचिव रहे प्रभारी।
वे हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अनुसंधान एवं युवा नीति विभाग के अध्यक्ष हैं। उन्होंने आदिवासी अधिकारों के लिए राष्ट्रीय समिति के साथ छत्तीसगढ़ में 145 किलोमीटर की पदयात्रा की है। वे जयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर के सदस्य रहे हैं। वे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के भी सदस्य रहे हैं।
निदेशक मंडलों में निदेशक की भूमिका
सुरजीत कुमार भरमौरी हिमाचल प्रदेश राज्य में एचआरटीसी के निदेशक मंडल में निदेशक हैं। वे युवा एवं खेल बोर्ड, हिमाचल प्रदेश के सदस्य रहे हैं। वे शिवभूमि शिक्षा एवं स्वास्थ्य समिति चंबा के अध्यक्ष, जिला बार एसोसिएशन चंबा के सदस्य हैं।
साल 2004 में वे राजकीय पीजी कॉलेज धर्मशाला कॉलेज की कैलाश एसोसिएशन के कैशियर और 2008 में गद्दी यूनियन मुख्य सलाहकार रहे हैं। वे युवा जागृति संगठन भरमौर के मुख्य सलाहकार हैं। देखना रोचक होगा कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस उनके दावे को कितनी गंभीरता से लेती है।
हिमाचल और देश-दुनिया की अपडेट के लिए join करें हिमाचल बिज़नेस
https://himachalbusiness.com/political-stories-when-a-dalit-girl-told-about-the-irregularities-in-the-appointments-shanta-kumar-cancelled-the-recruitment-exam-for-500-posts/

Jyoti maurya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *