चंबा का कराची हाउस और मशहूर फोटोग्राफर सोहन लाल
हिमाचल बिजनेस/ चंबा
रियासतकालीन चंबा में एक समय ऐसा भी था, जब चंबा का कराची हाउस बेहद मशहूर था। दरअसल कराची हाउस चौगान बाज़ार स्थित एक फोटो स्टुडियो था। ब्लैक एंड व्हाइट फोटोग्राफी के उस दौर में इस फोटो स्टुडियो से फोटो खिंचवाना शान समझा जाता था।
कराची हाउस फोटो स्टूडियो की स्थापना मशहूर फोटोग्राफर सोहन लाल ने की थी, जो चंबा रियासत के ऑफिसियल फोटोग्राफर थे।
कराची से ट्रेनिंग, रियासत के फोटोग्राफर
सोहन लाल ने कराची में फोटोग्राफी का प्रशिक्षण लिया था। फोटो तकनीक सीखने के बाद सोहन लाल चंबा लौटे तो उनका रुतबा बढ़ गया। वे उन थोड़े से भारतीय फोटोग्राफरों में से एक थे, जिनको रियासतों और दरबारों का संरक्षण मिला।
सोहन लाल को साल 1905 में चंबा के राजा ने रियासत का आधिकारिक फोटोग्राफर नियुक्त किया था। रियासत के कार्यक्रमों की तस्वीरों के अलावा सोहन लाल ने पंजाब और उत्तर में कई पहाड़ी रियासतों के कई महाराजाओं और नवाबों की तस्वीरें खींची। कराची हाउस के नाम से फोटो स्टुडियो खोल कर आम जनता के लिए भी फोटोग्राफी सेवाएं देनी शुरू की।
पोते तक पहुंची दादा की विरासत
सोहन लाल के बेटे शाम सुंदर को कराची हाउस फ़ोटो स्टूडियो पिता से विरासत में मिला। तब तक भी इस फोटो स्टुडियो की अपनी धमक रही और चंबा के दूर- दराज क्षेत्रों से लोग यहां फोटो खिंचवाने आते रहे।
शाम सुंदर के बाद कराची हाउस का संचालन उनके बेटे टूटू ने संभाला। तेज़ी से बदलती फोटोग्राफी तकनीक के बीच कराची हाउस स्टुडियो के काम की मांग में गिरावट आ गई। इस परिस्थिति ने कराची हाउस स्टूडियो को खिलौनों की दुकान में बदलने के लिए मजबूर कर दिया।
अब भी लटक रहा बोर्ड
बताया जाता है कि कुछ साल पहले टूटू की मृत्यु हो गई, लेकिन दुकान अभी भी वहां है और दरवाजे के ऊपर एक पुराना बोर्ड लटका हुआ है: ‘कराची हाउस: शाम सुंदर एंड संस, फोटोग्राफर और डीलर’।
बेशक कराची हाउस की अब यादें ही बची हों, लेकिन चित्रों के रूप में एक बड़ी विरासत कराची हाउस के उस सुनहरे दौर में ले जाती है।
महान फोटोग्राफर, न के बराबर जानकारी
इस फोटो स्टूडियो और उसके संस्थापक सोहन लाल को लेकर ऑनलाइन पड़ताल में फोटो बेचने वाली कुछ साइट्स पर उनके चित्र तो मिलते हैं, लेकिन उनके व्यक्तित्व के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं मिलती है। में स्ट्रीम मीडिया पर भी इस फोटोग्राफर को लेकर जानकारी न के बराबर है।
सूचना क्रांति के इस दौर में अपने दौर के महान फोटोग्राफर रहे सोहन लाल के खींचे चित्रों और उनके व्यक्तित्व के बारे में नई पीढ़ी को सोचना देना भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग का काम है। उम्मीद करनी चाहिए कि विभाग इस बारे में शोधपरक काम करेगा।
श्वेत-श्याम तस्वीरों का संग्रह
https://englishpuhal.blog ने चंबा के चौगान बाजार में स्थित व्यावसायिक स्टूडियो कराची हाउस के अभिलेखागार से श्वेत-श्याम तस्वीरों का यह का एक संग्रह प्रकाशित किया है। ब्लॉग में राजाओं- महाराजाओं के चित्रों की जगह आम लोगों की तस्वीरें शामिल की गई हैं। सच में ही यह फोटो ब्लॉग फोटोग्राफर के शानदार काम का आईना है।
इस ब्लॉग में शामिल तस्वीरों में सोहन लाल के बेटे शाम सुंदर और उनके परिवार की एक तस्वीर भी शामिल है। तस्वीर में दिखने वाला लड़का टीटू है, जो सोहन लाल का पोता और स्टुडियो का तीसरा वारिस बना था।
फोटो साभार :ghttps://englishpuhal.blog
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